PM Modi Recalls 25 June: 18वीं लोकसभा संसद का पहला सत्र (PM Modi Recalls 25 june) की शुरआत आज से हो रही है। इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब को शपथ दिलाई। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन दिया।
उनके इस संबोधन में 25 जून को भी याद किया गया और पीएम ने कहा कि यह दिन भारत के लोकतंत्र के लिए एक काले धब्बा जैसे हैं, आखिरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद शुरू होने से पहले आखिर ऐसा क्यों कहा और इसे वह किसपर निशाना साधना चाहते थे। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर पीएम मोदी ने 25 जून (PM Modi Recalls 25 june) को भारत के लोकतंत्र के लिए काला धब्बा क्यों बताया।
#WATCH | PM Narendra Modi says, "Tomorrow is 25th June. 25th June marks 50 years of the blot that was put on the democracy of India. The new generation of India will never forget that the Constitution of India was completely rejected, every part of the Constitution was torn to… pic.twitter.com/FelYrEut2s
— ANI (@ANI) June 24, 2024
25 जून को लगाया गया था भारत में आपातकाल
इहितास में 25 जून 1975 को आपातकाल लगाने का ऐलान किया था। यह आपातकाल 25 जून 1975 (PM Modi Recalls 25 june) से 21 मार्च 1977 तक 21 महीने की अवधि तक लगाया गया छा। उस वक्त के तत्कालीन राष्ट्रपति फंखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार के कहने पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 352 के अधीन देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की थी।
बता दें कि यह आपातकाल स्वतंत्र भारत (PM Modi Recalls 25 june) के इतिहास में सबसे विवादास्पद काल रहा। तत्कालीन राष्ट्रपति के आपातकाल घोषित करने के बाद देश में चुनाव को रोक दिया गया था। देश में इस आपातकाल को लोकतंत्र की हत्या के रुप में देखा गया था।
वहीं, लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने तो इस आपातकाल को भारत के इतिहास की सबसे ‘काली अवधि’ की संज्ञा दे दी थी। वहीं, 21 मार्च 1977 को जब आपातकाल समाप्त हुआ तो इसे लोकतंत्र की जीत की तरह उत्सव के रूप में मनाया गया।
नई संसद से पीएम मोदी ने क्या कहा
18वीं लोकसभा संसद सत्र की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Recalls 25 june) ने अपने संबोधन में कहा कि कल यानी 25 जून है। इस दिन भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था उसे आज पूरे पचास साल हो गए हैं। इसे भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को, संविधान के हर हिस्से को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था।
टुकड़े-टुकड़े कर दिये गये, देश को जेलखाने (PM Modi Recalls 25 june) में बदल दिया गया, लोकतंत्र को पूरी तरह कुचल दिया गया। अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र की, लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी संकल्प लेंगे कि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा हम भारत में फिर से वही काम करेंगे जो 50 साल पहले किया गया था।
हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे।ट
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