नई दल्ली। बचपन से हम इन चीजों को सुनते आए हैं कि गुरूवार के दिन नाखून नहीं काटना चाहिए, बाल नहीं कटवाना चाहिए वगैरह वगैरह। लेकिन इसके पीछे की वजह क्या है ये कोई नहीं बताता। कम ही लोग हैं जो इस चीज को जानते हैं। कहा जाता है कि इसके पीछे धार्मिक कारण है। इसलिए लोग इस दिन ऐसा करने से मना करते हैं।
क्या है धार्मिक कारण?
माना जाता है कि गुरू का तात्पर्य जीव से होता है, जीव यानी जीवन या आयु। मान्यताओं के अनुसार यदि गुरूवार के दिन बाल कटवाए जाएं, नाखून काटे जाएं या शेव वगैरह कराया जाए तो इससे गुरू ग्रह कमजोर होता। जिसेसे तमाम समस्याएं सामने आती हैं। आयु घटती। साथ ही आर्थिक संकट भी गहरा जाता है।
वैज्ञानिक कारण
वैज्ञानिक रूप से माना जाता है कि गुरुवार, मंगलवार और शनिवार के दिन ब्रह्रमांड से कई सूक्ष्म किरणें मानव शरीर के संवेदनशील अंगों पर विपरीत प्रभाव डालती हैं। शरीर के उंगलियों के आगे का हिस्सा भी काफी नाजुक होता है। नाखूनों के जरिए इसका बचाव होता है> इसलिए सिर्फ गुरुवार ही नहीं बल्कि मंगलवार और शनिवार को भी अपने नाखून नहीं काटने चाहिए।
इन कामों की भी मनाही
गुरुवार के दिन कपड़े धोने और सफाई करने की भी मनाही है। लेकिन ज्योतिष विशेषज्ञों का कहना है कि रोजमर्रा की सफाई करने में कोई परहेज नहीं है। लेकिन वजनदार कपड़े धोने, कबाड़ को घर से निकालने से बचना चाहिए। वर्ना परिवार में बच्चों की शिक्षा को लेकर समस्याएं आ सकती हैं।