Varmala Name Story: शादियों का सीजन जहां पर चल रहा है वहीं पर हिंदू-रीति रिवाजों वाली शादी में कई मान्यताएं और परंपराएं होती है जिनके बारे में हमें कम ही मालूम होता है। आपने शादी में दुल्हा-दुल्हन को माला पहनाते हुए तो देखा होगा इसे वरमाला कहा जाता है। क्या सोचा है आपने कि, इसका नाम वधुमाला क्यों नहीं होता है। आइए जानते है इसका रोचक फैक्ट
पढ़ें ये खबर भी- Bhopal News: रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बाद, हबीबगंज GRP थाना का नाम भी बदला
वरमाला नाम होता है वधुमाला क्यों नहीं
आपको बताते चले कि, हिंदू रीति-रिवाजों में वरमाला पहनाने के पीछे की धारणा एक -दूसरे की स्वीकृति होती है जिसमें दुल्हा-दुल्हन नए जीवन का सफऱ शुरू करते है। पौराणिक कथाओं के अनुसार,जब एक कपल एक-दूसरे को माला पहना देते हैं तो इसका मतलब है कि दूल्हा-दुल्हन ने एक दूसरे को स्वीकार कर लिया है। जब कभी स्वंयवर भी होता था लड़की अपना वर जब किसी को चुन लेती थीं तो उसे माला पहना देती थीं, जिसका मतलब है कि उन्होंने उसे चुन लिया है।
पढ़ें ये खबर भी-9 June Ka Rashifal: तांबे के पात्र में लाल फूल डाल कर सूर्य देव को चढ़ाएं जल, इस राशि की खुलेगी किस्मत
वरमाला नाम के पीछे है कहानी
आपको बताते चले कि, पौराणिक कथाओं के अनुसार, वरमाला का कनेक्शन लड़की की ओर से लड़का चुनने से है. जैसे रामायण में सीता ने भगवान राम को अपना वर चुना था तो उन्होंने एक माला पहनाई थी, उससे इस माला को वरमाला कहा जाता है. पहले लड़कियां अपने वर का चयन करने के लिए माला का इस्तेमाल करती थी और इसे वरमाला नाम मिला है। इसके अलावा पौराणिक कथाओं के जानकार देवदत्त पटनायक भी अपने कई वीडियो में बताते हैं कि जब लड़की अपने लिए वर चुनती थी तो माला पहनाती थी तो उसे वरमाला कहा गया है. हालांकि, अब लड़के की ओर से भी जो माला पहनाई जाती है, उस वरमाला कहते हैं। इसे जयमाला भी कहा जाता है।
इन शब्दों का अर्थ जानना जरूरी
जैसा कि, आपने वरमाला नाम की कहानी समझ ली वहीं पर हिंदू धर्म में शादी के वक्त एक रस्म होती है, जिसे पाणिग्रहण कहा जाता है। पाणि का मतलब हाथ से है. इसमें एक लड़का लड़का का हाथ असेप्ट करता है और उस दौरान लड़की का पिता या कोई और उस वक्त लड़की उन्हें सौंपता है, जिसे कन्यादान कहा जाता है।
पढ़ें ये खबर भी- Gold In Water: पानी में रख दें सोना तो क्या होगा? गल जाएगा या लगेगी जंग, जानिए ये रोचक तथ्य