नई दिल्ली। जैसे ही हम कोई तीखा खाना खाते हैं वैसे ही हमारी नाक बहने लगती है और कानों से धुआं निकलने लगता है। कई बार तो खाना इतना तीखा होता है कि आंखों में आसू भी आ जाते हैं। लेकिन, क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर तीखा खाने पर ऐसा क्यों होता है? आइए आज हम आपको बताते हैं….
तीखे मसाले में कैमिकल कंपाउड होता है
दरअसल, कई बार हम चटपटा खाना देखकर उसपर टूट पड़ते हैं। ये नहीं जान रहे होते हैं कि खाना कितना स्पाइसी है। जब हम खा लते हैं तो इसका अंदाजा लगता है। ऐसे में हम नाक और कानों में महसूस होनेवाली बर्निंग से परेशान हो जाते हैं। खैर, ऐसा क्यों होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हर तीखे मसाले में एक कैमिकल कंपाउड होता है। जिसें ‘कैप्सिअसन’ (Capsaicin) कहा जाता है। ये कंपाउड ज्यादातर उन प्लांट्स में पाया जाता है जो जीनस कैप्सिकम फैमली के होते हैं।
म्यूकस नाक से बाहर निकलने लगती है
यही कंपाउड जीभ, कान और नाक में जलन की वजह होता है, जिस कारण से आंसू भी बहने लगते हैं। स्पाइसी खाने के बाद कैप्सिअसन जैसे ही हमारी बॉडी में जाता है बॉडी जलन के चलते इरिटेट होने लगती है और इससे मुक्त होने के लिए फाइट करती है। साथ ही कैप्सिअसन के कारण बॉडी में म्यूकस बढ़ने लगता है और यही म्यूकस नाक के जरिए बाहर निकलने लगती है।
तीखा खाना हेल्थ के लिए बुरा नहीं है
जलन के कारण बॉडी का इंटरनेल मैकेनिज़म ऐक्टिव हो जाता है और बॉडी अलग-अलग अंगों में होनेवाली जलन को शांत करने के लिए काम करने लगती है। यही कारण है कि जब हम अत्यधिक तीखा खाते हैं तो हमारा मुंह लार से भर जाता है। हालांकि, कैप्सिअसन से हमें जलन जरूर होती है, लेकिन ये हमारी हेल्थ के लिए बुरा नहीं है। इससे हमारा मेटाबॉलिजम और बूस्ट होता है।
म्यूकल ब्लॉकेज को दूर करने में भी कारगर
साथ ही कैप्सिअसन के कारण होने वाली जलन से हमारी आंख और नाक की अंदरूनी सफाई भी हो जाती है। तीखा खाना हमें कभी-कभी अपनी बॉडी में म्यूकल ब्लॉकेज को दूर करने के लिए भी खाना चाहिए।