नई दिल्ली। हवाई जहाज से यात्रा करना आज के समय में आम बात है। आप में से भी कई लोग कभी न की प्लेन में जरूर बैठे होंगे। एयरपोर्ट पहुंचने से लेकर प्लेन में चढ़ने और फिर बाहर निकलने तक हमें कुछ नियमों का पालन करना होता है। इन नियमों को फ्लाईट सेफ्टी रूल्स भी कहा जाता है। बतादें कि इस रूल्स के हिसाब से उड़ते जहाज में कुछ गतिविधियों और शब्दों को बेहद गंभीर माना गया है।
अगर आप मजाक में भी इन शब्दों का प्रयोग करते हैं तो आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। इतना ही नहीं आप पर लाखों रूपये का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। साथ ही 3 साल तक की जेल भी हो सकती है और आपको ब्लैक लिस्टेड भी किया जा सकता है।
आप प्लेन में शराब पीकर नहीं चढ़ सकते
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आप प्लेन में प्लाइट अटेंडेंट से रिक्वेस्ट करके ड्रिंक तो कर सकते हैं। लेकिन पहले से ड्रिंक करके विमान में नहीं चढ़ सकते। एयरलाइंस कंपनियां इसके प्रति इतनी गंभीर होती हैं कि आप सोच भी नहीं सकते। अगर आपने मजाक में भी अटेंडेंट से कह दिया कि ‘मैं नशे में हूं’ तो फिर आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। क्योंकि एयरलाइन कंपनियां मानती हैं कि नशे में धुत्त पैसेंजर बाकी यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं।
ऐसा करने पर आपको रोका जा सकता है
अगर आप पहले से प्लाइट में नशा करके चढ़ रहे हैं तो फिर आपको केबिन क्रू या फ्लाइट अटेंडेंट प्लेन में चढ़ने से रोक सकता है। उन्हें खास अधिकार दिए गए हैं। इतना ही नहीं अगर प्लेन उड़ने के बाद उन्हें पता चला कि कोई यात्री नशे में बेसुध है तो वे नजदीकी एयरपोर्ट पर लैंड करके पैसेंजर को विमान से उतार सकते हैं। इतना ही नहीं अगर नेशे में धुत्त कोई यात्री उनसे बहस या हंगामा करने की कोशिस करता है तो वे उस पर केस भी दर्ज करवा सकते हैं।
भारी जुर्माने का है प्रावधान
अगर आप इस आरोप में दोषी पाए जाते हैं तो फिर आपके उपर 8 हजार पाउंड का जुर्माना और 3 साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही उस पैसेंजर को उपद्रवी यात्री की सूची में डालकर प्लेन में बैठने के लिए ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। अगर आप प्लेन में बैठे हैं तो कभी भी मजाक में भी ‘I am drunk’ या ‘मैं नशे में हूं’ न कहें। अगर आपके इस मजाक को प्लाइट स्टाफ गंभीरता से ले लिया तो वो आपको नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारकर, बाकी यात्रियों की जान खतरे में डालने का केस दर्ज करवा सकता है।
प्लेन में शराब पीकर भी लोग करते हैं हंगामा
बतादें कि भारत के मुकाबले अमरीका, ब्रिटेन व अन्य यूरोपीय देशों में शराब पीकर फ्लाइट में हंगामा करने वाले यात्री ज्यादा हैं। इन देशों से ऐसे मामले अधिक सामने आते हैं। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार, बीते साल विश्वभर में 10,854 यात्रियों ने गलत व्यवहार किया। उससे पहले 9316 आंकड़ा था। यही नहीं, ब्रिटेन में बीते तीन सालों में ऐेसे मामले दस गुना तक बढ़े हैं। अमरीका में कई यात्रियों ने कोकपिट का दरवाजा तोड़ने तक की कोशिशें की हैं।