नई दिल्ली। हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में हमें बहुत सी चीजों का मतलब पता नहीं होता। हम देखकर भी कई चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं। जैसे- आप में से कई लोग सुबह-सुबह अखबार पढ़ते होंगे। हम इससे खबरें पढ़ते हैं, अपने काम की खबरों की कटिंग करते हैं, नौकरियों के इश्तेहाारों पर गोले लगाते हैं, सुडोकू खेलते हैं, पहेलियों के जवाब ढूंढते हैं। कुलमिलाकर कहें तो हम एक अखबार में पूरा दिन बिता सकते हैं। हम इसकी हेडलाइन, रिपोर्ट्स आदि से तो वाकिफ होते हैं। लेकिन क्या कभी आपने अखबार के निचले हिस्से को ध्यान से देखा है। अगर देखा होगा तो, वहां हर पृष्ठ के नीचे चार रंग के बिंदु बने होते हैं।
लेकिन क्या कभी आपके मन में यह सवाल उठा है कि ये बिंदु अखबार में क्यों प्रकाशित किए जाते हैं? ज्यादातर लोग इस चीज को नहीं जानते, तो चलिए जानते हैं इन बिंदुओं क्यों छापा जाता है।
इस नाम से जाना जाता है
बता दें कि अखबार में प्रकाशित इन गोलों को CMYK रंगों के नाम से जाना जाता है। इसका फुल फॉर्म होता है। C यानी Cyan (हल्का आसमानी), M यानी Magenta (मजेंटा), Y का मतलब Yellow (पीला) और K का मतलब है Key यानी Black। मालूम हो कि, किसी भी इमेज को प्रिंट करते समय इन चार रंगों की प्लेटों को एक पेज पर अलग-अलग करके रखा जाता है। अगर छपाई के समय तस्वीरें धूंधली हो रही हैं, तो इसका मतलब होता है कि ये प्लेट्स सही से नहीं लगाई गई हैं, जिसे प्रिंटर आसानी से पकड़ लेता है। इसीलिए CMYK को पंजीकरण मार्क्स या प्रिंटर्स मार्कर (Registration Marks Or Printers Marker) कहा जाता है। बता दें, ऐसा सिर्फ़ अखबार को प्रिंट करने के लिए नहीं बल्कि किताबों या मैगजीन के लिए भी किया जाता है लेकिन जब पेज काटे जाते हैं तो इन प्लेट्स को हटा दिया जाता है।
CMYK प्रिंटिंग प्रोसेस की क्या है खासियत ?
इस प्रोसेस में जिन चार रंगों को लिया जाता है, वो किसी भी प्रिटिंग का सबसे सस्ता और अच्छा साधन है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये टोनर पर आधारित या डिजिटल प्रिंटिंग से काफी सस्ती होती है। जो प्रिंटर इस प्रोसेस से काम करते हैं वो इस बात का भी अंदाजा लगा लेते हैं कि रोज कितने अखबार प्रिंट हुए हैं।