RAJASTHAN POLITICS: जब से राजस्थान का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नोमिनेशन फाइल करने की घोषणा हुई है तभी से राजस्थान की राजनीति में भूचाल से आया हुआ है। ये चर्चा जोरों पर है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा। इसी बीच गहलोत सरकार के समर्थक 80 से ज्यादा विधायकों ने बीती शाम इस्तीफे तक की धमकी दे डाली और कहा कि अगर हाईकमान ने हमारी बात नहीं सुनी तो हम इस्तीफा दे देंगे।
बता दें कि विधायकों की नाराजगी का कारण सीएम गहलोत के अध्यक्ष पद को लेकर है। वे नहीं चाहते कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद से हटे और वहीं वो सचिन पायलट की सीएम बनाने की दावेदारी को लेकर भी नाखुश हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि पार्टी में एक व्यक्ति एक पोस्ट की नीति अपनाई जाएगी। ऐसे में अगर गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनते है तो वो अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। वहीं बीती रात विधायकों के इस्तीफे को खबरों को लेकर हुई खींचतान के बीच कांग्रेस नेता अजय माकन सभी विधायकों को समझानें के प्रयास में कल रात से ही वो सबसे मिल रहे है।
पायलट को सीएम बनाने के पक्ष में नहीं गहलोत
सीएम गहलोत, सचिन पायलट को सीएम बनाने के पक्षधर नहीं है। यहा वजह है कि उन्होंने पायलट को विधायक दल का नेता बनाने का विरोध किया है। अशोक गहलोत चाहते है कि सभी विधायक आज शाम को होंने वाली विधायक दल की बैठक में अपनी-अपनी बातें रखें। बता दें आज शाम होंने वाली बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन भी मौजूद रहेंगे। जानकारी के मुताबिक, गहलोत विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं तो प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा को डिप्टी सीएम। सचिन पायलट को लेकर उनका मानना है कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पद एक बार फिर से सौंप दिया जाए, जबकि सचिन पायलट को कांग्रेस हाईकमान से पद को लेकर पहले से ही आश्वासन मिला हुआ है।