भोपाल। लोन लेते समय ग्राहक के मन में कई सारे सवाल रहते हैं, वहीं उन्हें यह भी सलाह दी जाती है कि लोन लेने से पहले अलग—अलग एनबीएफसी से संपर्क करके उनके आफर के बारे में जान लें। जिससे कि अगर एक जगह से लोन एप्लीकेशन रद्द भी हो जाती है तो दूसरी जगह का विकल्प खुला रहे। हालांकि कई सारे विकल्पों के बीच सही ऑफर चुनना भी आसान नहीं होता है। इस बीच यह भी ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है कि लोन लंबे समय तक चलते हैं और ज्यादातर लोग एक बार लोन लेने के बाद दूसरा लोन लेने की स्थिति में नहीं रहते हैं। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि कर्ज लेते समय ब्याज दर (interest rates) समेत हर तरह की जानकारी पहले ही लें ले।और उसके आधार पर ही आप सही ऑफर चुनें। आइए अब जानते हैं कि आप कैसे एक अच्छा ऑफर चुन सकते हैं।
अवधि के दौरान शर्तें
अगर आप होम लोन ले रहे हैं तो बता दें कि यह 10 साल से लेकर 30 साल तक चलता है। इतने समय में हमें कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इसमें लोन को बंद करने, लोन की रकम बढ़ाने, बैलेंस ट्रांसफर से लेकर लोन से जुड़े इंश्योरेंस आदि कई मामले शामिल हो सकते हैं। बैंकों से बात करने के दौरान इन सभी संभावित स्थितियों पर नियम जान लें और जो बेहतर लगे उसका चुनाव करें।
ब्याज दर
सही उचित ब्याज दर की बात करें तो पहले ही तय कर लें कि आप ज्यादा से ज्यादा कितनी EMI चुका सकते हैं। उसी आधार पर ही आप बैंकों से बात करें और इस दौरान बाकी सभी शर्तों और छूट आदि को भी ध्यान में रखें।
फीस
लोन के लिये बातचीत की शुरुआत में बैंक प्रोसेसिंग फीस की जानकारी देते हैं। अगर आपको कई बैंकों से तकरीबन एक ही तरह के ब्याज दर पर लोन ऑफर हो रहा हो तो प्रोसेसिंग फीस पर मिली कोई भी छूट आपके लिये फायदा ही करेगी। ऐसे में प्रोसेसिंग फीस को लेकर खुल कर बात बेहद जरूरी हो जाता हैं।
कस्टमर सर्विस
कई बार लोग आसान लोन के चक्कर में कुछ ऐसा संस्थानों से कर्ज ले लेते हैं जो लोन वापस करने में जरा सी देरी पर भी बेहद ऊंचे ब्याज वसूल रहे थे। वहीं ग्राहकों के साथ बेहद गलत व्यवहार भी कर रहे थे। ऐसे में कर्ज लेते वक्त देखें कि कहीं आप जल्दबाजी में ऐसी जगह से कर्ज तो नहीं उठा रहे जहां आपकी वाजिब वजहें भी न सुनी जाएं।