इंदौर: लॉकडाउन में काम छूटने से एक 12वीं पास छात्र अपराधी बन गया। इंदौर में नकली नोटों के साथ छात्र को गिरफ्तार किया गया है। जिसके पास 2 लाख 53 हजार के नकली नोट बरामद किए हैं। मुखबिर से सूचना मिली थी कि आजाद नगर में रहने वाला राजकुमार तायडे ज्यादातर समय घर में रहता है और कुछ संदिग्ध काम कर रहा है। जिसके बाद पुलिस ने छानबीन की और जिस समय राजकुमार मंडी में नोट खपाने जा रहा था। उसी समय उसे पुलिस ने पकड़ लिया। तलाशी में उसके पास 2 लाख 53 हजार रुपये के नकली नोट मिले।
पूछताछ में उसने बताया कि लॉकडाउन में काम छिन जाने के बाद उसने नेट से नोट छापने की जानकारी ली और घर पर नोट छापना शुरु कर दिया। कमरे से पुलिस ने लैपटॉप, प्रिंटर और ए-4 साइज का हाई क्वालटी का कागज जब्त किए हैं। आरोपी गरीब वर्ग और हाथ ठेले वालों को आसानी से नकली नोट थमा देता था।
दरअसल, फाइटिंग क्लब के ट्रेनर राजरतन तायड़े को क्राइम ब्रांच ने 2 लाख 53 हजार के जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है। लॉकडाउन के दौरान नौकरी छूटने पर आरोपित स्कैनर, प्रिंटर की मदद से 100 एवं 500-2000 के जाली नोट छापने लगा था। उसने 50 हजार रुपये से ज्यादा के जाली नोट सब्जी मंडी, ठेलेवालों और शराब दुकान पर चलाना कबूला है। आरोपित दो वर्ष पूर्व पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल को मैसेज कर 50 लाख रुपये मांगने के आरोप में भी गिरफ्तार हो चुका है।
आरोपी से यह सामान हुआ जब्त
पुलिस ने आरोपित के घर से 1 मोबाइल, 1 बाइक, 1 लेपटॉप, 1 प्रिंटर, ए-4 साइज के कागज, ग्लास, कटर और स्कैल जब्त की है।