Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश विधानसभा में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी आक्रमक दिखे। जहां सीएम और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बीच जमकर बहस देखने को मिली वहीं रामचरित मानस को लेकर सपा नेता द्वारा शुरू किए विवाद पर भी सीएम योगी ने जमकर घेरा। सीएम ने रामचरित मानस विवाद पर कहा कि क्या होता अगर किसी और धर्म का मजाक उड़ाया गया होता।
अगर यही बात किसी और धर्म के साथ होती तो क्या होता?
उत्तरप्रदेश विधानसभा में चल रहे बजट सत्र दौरान मुख्यमंत्री ने सपा पर हिंदुओं के अपमान का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने ग्लोबल ईन्वेस्टर्स समिट के दौरान विवाद खड़े करने पर भी विपक्षी पार्टी को आड़ो-हाथें लिया। उन्होंने कहा- “जिस समय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट शुरू होने वाली थी, समाजवादी पार्टी ने तुलसी दास जी के बारे में रामचरितमानस पंक्ति शुरू की। कुछ लोगों ने रामचरितमानस को फाड़ने की कोशिश की। अगर यही बात किसी और धर्म के साथ होती तो क्या होता? मतलब कोई भी हो हिंदुओं का अपमान करना चाहते हैं, कर सकते हैं? आप पूरे (हिंदू) समुदाय का अपमान करना चाहते हैं। “
योगी का बयान उस वक्त आया है जब समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा किया था कि तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस में दलित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्द हैं। मौर्य ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर महाकाव्य के उन हिस्सों पर संशोधन और प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
माफिया को मिट्टी में मिला देंगे
…माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा.
अतीक अहमद के रहनुमा सुनें…#upbudget2023 #cmyogi #vidhansabha pic.twitter.com/lynXlY1LWZ
— Ashwani Mishra (@kashmirashwani) February 25, 2023
विधानसभा में प्रयागराज हत्याकांड पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “ये जो अपराधी और माफिया हैं आखिर ये पाले किसके द्वारा गए हैं? क्या ये सच नहीं है कि जिसके खिलाफ FIR दर्ज है, उन्हें सपा ने ही सांसद बनाया था? आप अपराधी को पालेंगे और उसके बाद आप तमाशा बनाते हैं। हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। “