Easter Significance: क्रिसमस के बाद ईस्टर ईसाई धर्म का दूसरा सबसे बड़ा फेस्टिवल है. साल 2023 में यह 9 अप्रैल को मनाया जाएगा. यह पर्व ऑक्टेव ऑफ ईस्टर सप्ताह के बाद हर साल रविवार को मनाया जाता है. इसलिए इसे ईस्टर संडे (Easter Sunday) भी कहते हैं.
मान्यता है कि गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह को दो अन्य कैदियों के साथ सूली पर लटका दिया गया था. इस घटना को क्रूसीफिकेशन (Crucifixion) कहा जाता है. कहते हैं, क्रूसीफिक्शन के दिन दोपहर के बाद ईसा मसीह की मृत्यु हो गयी थी.
यह भी पढ़ें: Egypt valley: मंदिर में भेड़ों और कुत्तों के सिर, खोजकर्ताओं का बड़ा खुलासा
ईस्टर क्यों मनाते हैं?
गुड फ्राइडे के अगले दिन यानी शनिवार को ईसा मसीह का शव एक कब्र में ले जाया गया था. इस दिन होली सैटरडे (Holy Saturday) कहा जाता है. यह विश्वास किया जाता है कि इस दिन के अगले दिन यानी रविवार को ईसा मसीह फिर से जीवित हो उठे थे.
यह एक अलौकिक घटना थी. इसी घटना की याद में इस रविवार को ईस्टर पर्व के रूप में मनाने की परंपरा है. ईसाई धर्म के इतिहास में इस दिन को ‘पुनर्जीवन दिवस’ (Resurrection Day) भी कहते हैं.
यह भी पढ़ें: Dream11 : क्या है Dream11? कैसे जीतें लाखों के इनाम और कैसे खेलें?
कैसे मनाया जाता है ईस्टर संडे?
ईस्टर के दिन चर्च को खास तरह से सजाया जाता है. लोग बड़ी संख्या में चर्च जाते हैं. वे अपने प्रेयर यानी प्रार्थना में प्रभु ईसा मसीह को याद करते हैं.
इस पर्व के मौके पर केवल चर्च में ही नहीं बल्कि घरों में भी मोमबत्तियां जलाई जाती हैं. बहुत से आस्थावान लोग उपवास (Fasting) भी रखते हैं.
यह भी पढ़ें: Gaj Utsav 2023: जानिए भारतीय हाथी और अफ्रीकन हाथी में क्या अंतर होता है?
क्या संदेश देता है ईस्टर?
ईस्टर का महत्त्व (Easter Significance) इस बात में है कि यह पर्व केवल ईसाई धर्म के लोगों के लिए बल्कि पूरी मानव जाति को एक महान संदेश देता है. यह पर्व आपसी दुश्मनी, भेदभाव और अहम को भुलाने का संदेश देता है.
ईसा मसीह का सम्पूर्ण जीवन कष्ट सहकर भी क्षमा का जीवन था. ईसा मसीह ने अपार और अमानवीय कष्ट सह कर उन्हें कष्ट पहुंचाने वालों को माफ कर दिया था. ईसा मसीह के अंतिम शब्द यही थे, ‘हे परमपिता परमेश्वर! इन्हें माफ कर दो, ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं!’ ईस्टर पर्व भी यही सन्देश देता है.
ये भी पढ़ें:
Pandit Ravi Shankar : संगीत के बादशाह रविशंकर हवाई यात्रा के दौरान कराते थे दो सीटें बुक? जानिए क्यों
TAJ Hotel : इस अपमान का बदला लेने के लिए टाटा ने बनाई थी ताज होटल , जानिए
Waiter: रातोरात वेटर को मिले 10 करोड़ से ज्यादा रूपए, जानिए इसके बाद वेटर ने क्या किया?
Cigerrate In Office: ऑफिस टाइम के दौरान सरकारी कर्मचारी को सिगरेट पीना पड़ा भारी, देना पड़ा भारी जुर्माना
Driving Licence: इस महिला को Driving licence के लिए देने पड़े 959 बार टेस्ट, खर्च हो गए 11 लाख