Nowruz Google Doodle: नौरोज 2024 (Nowruz) के मौके पर गूगल ने डूडल बनाया है जिसे उसके होमपेज पर देखा जा सकता है। पारसी में नौरोज का नौरोज उत्तरी गोलार्ध में वसंत की शुरुआत का भी प्रतीक है। लेकिन, गूगल (Google) के डूडल (Doodle) बनाने की असली बजह क्या है, क्या आप जानते हैं?
क्यों बनाया गूगल ने डूडल
किसी भी बड़े सेलिब्रेशन को सलिब्रेट करने के लिए उस खास दिन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण डूडल को गूगल (Google) अपने होमपेज पर पेश करता है। इसी बीच आज 19 मार्च को गूगल एक विशेष डूडल के साथ ईरानी नव वर्ष त्यौहार नौरोज (Nowruz) का जश्न मना रहा है।
इस साल का डूडल, ईरानी कलाकार पेंडार यूसेफी का तैयार किया हूआ आर्ट है, जो उस त्योहार के लिए एक लाइव ट्रिब्यूट है जो 3,000 से अधिक वर्षों से मनाया जा रहा है।
किसकी है कलाकृति
यूसेफी की कलाकृति नौरोज की उनकी बचपन की यादों से प्रेरित है, जिसमें एक खिलते हुए पेड़ के नीचे एक आंगन में इकट्ठा हुए पशु को दिखाया गया है, जो खुशी, एकजुटता और आशा का प्रतीक है।
बैसे भी गूगल डूडल अपने चमकीले रंगों और जटिल डिजाइनों के उपयोग के लिए जाना जाता है। इस बार भी illuminated manuscripts की शैली को प्रतिबिंबित करता हैं, जो नौरोज का पालन करने वाले क्षेत्रों की समृद्ध कलात्मक विरासत की ओर इशारा करता है।
कब से मनाया जा रहा है नौरोज
नौरोज पारसी समुदाय के लिए आस्था का प्रतीक है। नौरोज दो पारसी शब्दों नव और रोज से मिलकर बना है। नव का अर्थ है नया होता है और रोज का मतलब है दिन, नौरोज का मतलब है नया दिन। नौरोज मनाने का इतिहास 3,000 साल से अधिक पुराना है।
नौरोज को संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय अवकाश के रूप में मान्यता देता है। नौरोज एक प्रकार का ईरानी नववर्ष है, ये अलग-अलग देश में अलग-अलग समय पर मनाया जाता है।
राजा जमशेद की याद में मनाया जाता है पर्व
नौरोज पर्व को फारस के राजा जमशेद की याद में मनाया जाता है। पारसी कैलेंडर की स्थापना जमशेद ने ही की थी।पारसी कैलेंडर में सौर गणना की शुरुआत करने वाले महान राजा जमशेद थे। ऐसे में पारसी लोग इस दिन राजा जमशेद की पूजा करते हैं और उसके बाद एक-दूसरे को नए साल की बधाई देते हैं। ईरान के आधिकारिक सौर हिजरी कैलेंडर में नौरोज नए साल की शुरुआत का प्रतीक है। पारसी समुदाय के लोग ईरान, इराक, तुर्की, अफगानिस्तान, सीरिया जैसे देशों में काफी संख्या में बसे हुए हैं। भारत में भी कई जगहों पर इनका निवास है। ये यूएस में भी रहते हैं।
कैसे मनाते हैं नौरोज
फारसी लोग नौरोज के दिन सबसे पहले अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं। इस दिन पारसी समुदाय के लोग नए कपड़े पहनते हैं और उपासना स्थल फायर टेंपल जाते हैं।
ईश्वर के प्रति आभार प्रकट करते हुए उन्हें फल, जल, दूध, चंदन और फूल इत्यादि अर्पित करते हुए सुख एवं समृद्धि की प्रार्थना करते हैं। गलतियों के लिए क्षमा मांगते हैं।
पूवर्जों को करते हैं याद
पारसी कैलेंडर में जहां एक साल में 360 दिन ही होते हैं, वहीं अंग्रेजी कैलेंडर में एक साल में 365 दिन होते हैं। पारसी कैलेंडर में आखिरी के पांच दिनों में पारसी लोग अपने पूवर्जों को याद करते हैं। पारसी समुदाय दुनिया में अल्पसंख्यक समुदाय में आता है। हालांकि ये लोग आज भी अपनी परंपराओं को जीवित रखे हुए हैं।
विश्व का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल (Google) इस खास मौकों को चार चांद लगाने के लिए डूडल बनाकर सेलिब्रेट कर रहा है।आज यानी मंगलवार को पारसी समुदाय के नववर्ष नौरोज (Nowruz) के मौके पर गूगल ने अपने होमपेज को खास डूडल (Doodle) के जरिए सजाकर बधाई दी है।