Avimukteshwaranand Saraswati: बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर भड़की हिंसा के बाद पीएम शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वे देश छोड़कर भारत आ गईं। इसे लेकर आज (6 अगस्त) भारत सरकार ने संसद भवन में सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी।
इसी बीच दिल्ली प्रवास पर पहुंचे ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इस मामले में चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा के बीच वहां के हिंदुओं की रक्षा जरूरी है। हमें उम्मीद है कि वहां की सत्ता को संभाल रही सेना अपनी जनता की रक्षा के दायित्व को बखूबी निभाएगी।
पड़ोसी देश बांग्लादेश में, जिसे हम गर्म देश पुकारते चले आए थे,वहां पर कुछ राजनीतिक उठा पटक हुई है। ऐसे समाचार मिले हैं। इस समय देश सेना के संरक्षण में हैं और निश्चित रूप से वहां की जो सेना है, वो अपने प्रजा रक्षक के दायित्व को बखूबी निभाएगी। ऐसा हम आशा करते हैं। बांग्लादेश में लगभग 10% हमारे हिंदू बंधु भी रहते हैं, उनकी भी सुरक्षा आवश्यक है, इसलिए वहां की सेना से हम ये अनुरोध करना चाहते हैं कि हमारी हिंदू जनता को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
उनका निरंतर ध्यान रखा जाना चाहिए। आपके देश के वो नागरिक हैं, और हर नागरिक के लिए एक तरह की व्यवस्था, एक तरह की सुविधा और एक तरह का व्यवहार स्वाभाविक है। इसी अपेक्षा के साथ हम आपसे ये चर्चा कर रहे हैं। वहां के जो हिंदु हैं, उनसे भी हम कहना चाहेंगे कि परिस्थियों के अनुसार धैर्य बनाए रखते हुए अपनी सुरक्षा करें और साथ ही अपने देश की उन्नति के लिए अपना योगदान दें।
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