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Wedding Rituals: हल्दी की रस्म के बाद वर-वधु क्यों नहीं निकलते घर के बाहर, क्या है इसके पीछे का धार्मिक कारण

Wedding Rituals: हल्दी की रस्म के बाद वर-वधु क्यों नहीं निकलते घर के बाहर, क्या है इसके पीछे का धार्मिक कारण, बाहर निकलने से क्या होता है

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Preeti Dwivedi
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Wedding Rituals:  दो महीने के विराम के बाद 16 नवंबर से एक बार फिर शादियों का सीजन शुरू हो रहा है। भारतीय संस्कृति में कई ऐसे रीति रिवाज हैं जिनसे कई मान्यताएं जुड़ी हैं।

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इन्हीं में से एक है हल्दी की रस्म, जी हां। इसे लेकर आपने सुना होगा कि हल्दी की रस्म के बाद घर से बाहर निकलने की मनाही होती है।

इसके पीछे क्या कारण है आखिर हल्दी की रस्म (Haldi ki Rasm hindi news) के बाद बाहर क्यों नहीं जाते, इसके पीछे की धार्मिक मान्यता (Hindu Dharam)  क्या है, वैज्ञानिक दृष्टि से ऐसा क्यों किया जाता है, इसका महत्व क्या है।

हल्दी लगने के बाद बाहर क्यों नहीं जाते दूल्हा-दुल्हन

हल्दी लगने के बाद दूल्हा-दुल्हन का घर से बाहर न जाना एक लोक परंपरा माना जा सकता है।

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हालांकि इसके पीछे एक कारण ये भी माना जाता है कि हल्दी में एक प्रकार की गंध होती है, जो व्यक्ति के आसपास मौजूद पॉजिटिव और नेगेटिव एनर्जी को अपनी तरफ आकर्षित भी करती है।

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जब ये शक्तियां शरीर को स्पर्श करती हैं तो ऐसे में व्यक्ति को कुछ शुभ-अशुभ परिणाम झेलने पड़ते हैं। सकरात्मक शक्तियां व्यक्ति को दैविक ऊर्जा प्रदान करती हैं। यही कारण माना जा सकता है कि विवाह के शुभ मौके पर हल्दी की रस्म के बाद बाहर नहीं निकलना चाहिए।

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इसके विपरीत जब नकारात्यम शक्तियां हावी होती हैं तो वे व्यक्ति को शारीरिक रूप से साथ-साथ मानसिक रूप से भी कमजोर बनाती हैं। तो वहीं राहु का विपरीत असर भी देखने को मिलता है।

हल्दी के बाद वर-वधू के घर से बाहर न निकलने का वैज्ञानिक कारण

ऐसा माना जाता है कि हल्दी की तासीर गर्म होती है। ऐसे में जब हल्दी लगाने के बाद बाहर जाया जाता है तो सूर्य की तेज किरणों के कारण स्किन काली पड़ सकती है जिससे शादी के समय इनकी खूबसूरती प्रभावित हो सकती है।

हल्दी की रस्म के बाद क्यों नहीं निकलते बाहर

ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार वर-वधु को हल्दी चढ़ना यानी भगवान का सानिध्य मिल जाना। हल्दी पहले भगवान को चढ़ती है उसके बाद वर-वधु को लगाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि इससे देवता का साथ मिल जाता है। हिन्दू धर्म में इन रस्मों के बाद ही देवी पूजन होता है।

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ऐसा माना जाता है कि ऊपरी बाधाएं परेशान न करें इसलिए हल्दी और तेल चढ़ने के बाद बाहर नहीं निकलना चाहिए। यही कारण है कि वर-वधु को शादी की पूरी रस्में निभाने (Haldi ki Rasm) तक लोहे का सामान जैसे छोटा चाकू, नेलकटर आदि साथ में रखते हैं।

नोट: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य सूचनाओं पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।

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