नई दिल्ली। उत्तर भारत के कई हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश हुई जिसके कारण उत्तराखंड में वर्षाजनित घटनाओं में पांच लोगों की जान चली गयी। इस बीच, केरल में भारी वर्षा के कारण दस बांधों को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में 1960 के बाद पहली बार इस साल अक्टूबर के महीने में सबसे अधिक वर्षा हुई। शहर में 93.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी है। राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं तेलंगाना के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारी बारिश एवं खराब मौसम के कारण खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को निर्धारित अपनी चुनावी सभाओं को स्थगित कर दिया जबकि उत्तर प्रदेश के बुढाणा में समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव की रैली रद्द करनी पड़ी क्योंकि सभा स्थल पर पानी भर गया था। उत्तराखंड में प्रशासन ने रविवार तक हरिद्वार एवं ऋषिकेश पहुंच चुके चारधाम यात्रा के तीर्थयात्रियों को मौसम में सुधार आने तक आगे नहीं बढ़ने की सलाह दी है।
राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में नेपाल के तीन श्रमिकों समेत पांच लोगों की मौत हो गयी तथा दो अन्य घायल हो गये। पौड़ी के जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि जिले में लैंसडौन क्षेत्र के समखाल में भारी बारिश के चलते खेत का मलबा मजदूरों के टैंट पर आ गिरा जिसमें तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों को उपचार के लिये बेस अस्पताल कोटद्वार भेजा गया है । उधर, चंपावत जिले के सेलखोला में मकान ढह जाने से दो लोगों की जान चली गयी। राज्य आपात अभियान केंद्र ने यह जानकारी दी।
ऋषिकेश में यात्री वाहनों को चंद्रभागा पुल, तपोवन, लक्ष्मण झूला एवं मुनी की रेती भद्रकाली बैरियर पार नहीं करने दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में सचिवालय में राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा किया एवं मौसम संबंधी नयी जानकारियां हासिल की तथा सड़कों एवं राजमार्गों की स्थितियां जानी।
केरल में भारी बारिश के चलते रविवार तक 22 लोगों की मौत हो गयी तथा तटबंध क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ रहा है। राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने बताया कि दस बांधों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है तथा सबरीमला मंदिर के लिए तीर्थाटन रोक दिया गया है। राजन एवं राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जार्ज ने बताया कि काक्की बांध से 100-200 क्यूमेक्स पानी छोड़ने के लिए उसे खोलने का फैसला किया गया है जिससे पंपा नदी में जलस्तर करीब 15 सेंटीमीटर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि बांध में जलस्तर के खतरनाक स्तर के पार चले जाने के कारण यह फैसला किया गया है, साथ ही 20 अक्टूबर तक भारी वर्षा की आशंका को भी ध्यान में रखा गया है ।
दिल्ली में भारी वर्षा से कई स्थानों पर यातायात जाम लग गया। शहर में न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो दिग्री कम है। यहां रविवार सुबह साढे आठ बजे से सोमवार सुबह आठ बजे तक 87.9 मिलीमीट वर्षा हुई। इस साल राष्ट्रीय राजधानी में अक्टूबर में 94.6 मिलीमीटर वर्षा पहले ही चुकी है। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों में (रविवार सुबह साढ़े आठ बजे से सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक) बारिश हुई ।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी के साहा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अगले कुछ दिनों तक और बारिश होने की संभावना है। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने भारी बारिश एवं खराब मौसम के कारण खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को निर्धारित अपनी चुनावी सभाओं को स्थगित कर दिया।
कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में वर्षा हुई। मौसम विज्ञान विभाग ने दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में भारी वर्षा का अनुमान लगाया है जहां सोमवार को मौसम खराब रहा। विभाग के अनुसार दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीद्वारपुर में भारी वर्षा हो सकती है।
उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ जैसे जिलों में रविवार सुबह से भारी वर्षा हो रही है जिससे जलभराव, बिजली आपूर्ति बाधित होने जैसी समस्याएं पैदा हो गयीं। राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान अनेक जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनसार इस दौरान सबसे अधिक 158 मिलीमीटर बारिश बारां जिले के किशनगढ़ में दर्ज की गई। वहीं करौली के सापोटरा में 130 मिमी. बारिश हुई। इसी तरह हिंडौन, करौली शहर, रूपवास व मंगरोल में क्रमश: 122, 107, 82 व 81 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में सोमवार को भारी बारिश के बाद आयी बाढ़ से राष्ट्रीय राजमार्ग पांच को मूरंग से जोड़ने वाला लिंक रोड बंद हो गया।