भोपाल। उत्तरी हवाओं का रुख प्रदेश में मौसम में ठंडक बनाए हुए है। हालांकि राजधानी में उत्तरी हवाओं के आने का सिलसिला थोड़ा थमा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश कर दिया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर पश्चिमी हो गया है। इसका असर ये होगा कि एक बार फिर आने वाले दो दिनों में प्रदेशभर में न्यूनतम तापमानों में मामूली सी बढ़ोत्तरी दो दिनों तक दर्ज की जाएगी। इसके बाद 16 दिसंबर से एक बार फिर हवा का रुख बदलेगा और ठंड पड़ना शुरू हो जाएगी। इस दौरान कहीं-कहीं तो कड़ाके की ठंड पड़ने की भी संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के छतरपुर में हल्का व कहीं—कहीं कोहरा छाने की संभावना है।
कुछ यूं रहा राजधनी के मौसम का मिजाज —
राजधानी भोपाल के मौसम की बात करें तो यहां न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। जहां का न्यूनतम तापमान में 2.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी के साथ 12.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो कि सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक रहा। इसी तरह प्रदेश के अन्य शहरों में भी न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इतना ही नहीं मौसम विज्ञानियों की मानें तो अधिकतम तापमान भी 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास होने की संभावना जताई गई है। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क रहा। बाकी संभागों की बात करें तो न्यूनतम तापमानों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। उज्जैन संभाग के जिलों में सामान्य से काफी अधिक, होशंगाबाद, भोपाल एवं इंदौर संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक व शेष संभागों के जिलों में तापामान सामान्य ही दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान ग्वालियर और नौ गांव में 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो दिनों तक कोई विशेष परिवर्तन मौसम में नहीं है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार सोमवार को उत्तर भारत में प्रवेश करने वाले इस तीव्र आवृति वाले इस सिस्टम के प्रभाव से 14-15 दिसंबर को उत्तर भारत के पहाड़ों पर भारी बर्फबारी होने की संभावना है। हालांकि इस सिस्टम की मौजूदगी के कारण हवाओं का रुख बदलने से रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है। तो वहीं दूसरी ओर उधर पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने पर एक बार फिर उत्तर भारत की तरफ से आने वाली बर्फीली हवाएं प्रदेश में ठिठुरन बढ़ाने लगेंगी। इस दौरान प्रदेश के कुछ जिलों में शीतलहर का प्रकोप भी देखने को मिल सकता है।