Advertisment

Weather News: मौसम विभाग की तरफ से जारी होने वाले रेड, ऑरेज और ग्रीन अर्लट का मतलब क्या है ? जानिए इनके बारे में

author-image
Agnesh Parashar
Weather News: मौसम विभाग की तरफ से जारी होने वाले रेड, ऑरेज और ग्रीन अर्लट का मतलब क्या है ? जानिए इनके बारे में

बारिश  का मौसम शुरु  हो चुका है। इस समय देश के कई हिस्सों में बाढ़ के हालात बने हुए है। देश की राजधानी दिल्ली में तो बाढ़ की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं देश के पहाड़ी हिस्सों में भी भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। फिलहाल पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से लोगों काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा हैं।

Advertisment

ऐसे में मौसम विभाग की ओर से लोगों को सर्तक करने के लिए समय-समय पर अर्लट जारी किए जाते हैं। तो इस रिपोर्ट में आज हम जानेगें कि इन अर्लट का क्या मतलब होता और कौन अर्लट के वक्त हमें क्या करना चाहिए।

क्या होता हैयेलो अलर्ट का मतलब ?

यलो अर्लट तब लगाया जाता है जब किसी राज्य में बारिश कि संभावना होती है। बता दें कि येलो अर्लट में 64.5 से लेकर 115.5 मिमी तक बारिश होने की आशंका रहती है। मौसम विभाग की ओर से येलो अर्लट का मतलब होता है।

फिलहाल बारिश का कोई खतरा नहीं है लेकिन यह स्थिति आगे बनी नहीं रह सकती है। मौसम अचानक भी बदल सकता है। इसलिए मौसम विभाग लोगों को अर्लट रहने की चेतावनी भी देता रहता है। येलो अर्लट में बारिश की 2 घंटे तक पानी गिरने की संभावना रहती है।

Advertisment

ऑरेंज अलर्ट का मतलब

जब मौसम खराब स्थिति में हो साथ ही भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई हो तो उस समय ऑरेंज अर्लट जारी किया जाता है। इस अर्लट के दौरान 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश होने की उम्मीद होती है।

मौसम विभाग ऑरेंट अर्लट में घर में रहने की सलाह देता है। इस अर्लट में हवा की रफ्तार 65 से 75 किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से चलने की संभावना जारी की जाती है। इस अर्लट में बाढ़ का खतरा भी बना रहता है।

रेड अर्लट कब होता जारी

जब किसी राज्य के इलाके में बहुत भारी बारिश की संभावना होती है। तो ऐसे में मौसम विभाग की ओर से रेड अर्लट जारी किया जाता है। इस हैवी रेनफॉल अर्लट भी कहा जाता है। रेड अर्लट के दौरान 204.4 मिमी बारिश होने की संभावना होती है। बाढ़ के स्थिति रेड अर्लट के चलते ही निर्मित होती है।

Advertisment

जब कहीं अचानक बादल फटने की घटना हो जाए या इलाके की नदिया खतरे के निशान के ऊपर बहने लगे तो ऐसे में रेड अर्लट होता है। रेड अर्लट में पाहाड़ी इलाके में हादसे संभावानाएं बी बढ़ जाती है। इसलिए मौसम विभाग  के लिए लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चेतावनी जारी करता है। रेड अर्लट में लोगों बेहद सी सावधानी बरतनी पड़ती है।

ग्रीन अलर्ट क्या है

ग्रीन अलर्ट का मतलब होता है अब मौसम ठीक हो चुका है। मौसम से जुड़ा कोई भी खतरा फिलहाल नहीं है। मौसम विभाग की ओर अमूमन ग्रीन अलर्ट जारी नहीं किया जाता है।

ये भी पढ़ें:

Saanp ki Mausi: कौन हैं सांप की मौसी, बिना नर के पैदा कर सकती है बच्चे! क्या आप जानते हैं नाम?

Advertisment

Monsoon Beautiful Destinations: क्या बारिश के मौसम में उठाना चाहते है ट्रेवल का लुत्फ़, भारत की इन जगहों पर घूमने का बनाएं प्लान

Aaj Ka Panchang: आज मासिक​ शिवरात्रि पर कब से है राहुकाल, जानें क्या कहता है आज का पंचांग

Success Story: चार परीक्षा दी और चारों में हासिल की पहली रैंक, पढ़िए शिवपुरी की 21 वर्षीय नताशा की कहानी

Indian Railway: रेलवे प्लेटफार्म, पटरियों पर सेल्फी लेते पाए गए तो होगी कार्रवार्ई, जानिए प्रावधान

weather news Meteorological Department मौसम विभाग Red alert rainy weather मौसम की खबर Green Alert Meteorological Department alert ग्रीन अर्लट बारिस का मौसम मौसम विभाग अर्लट रेड अर्लट
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें