नई दिल्ली । दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर के ऊपर बना कम दबाव का एक क्षेत्र अगले सप्ताह की शुरुआत में एक चक्रवात में बदलने की उम्मीद है। ऐसा पूर्वानुमान है कि यह बांग्लादेश और उससे सटे उत्तरी म्यांमा की ओर बढ़ सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि मंगलवार को बने निम्न दबाव का क्षेत्र (एलपीए) के पूर्व-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और शनिवार तक पूरी तरह से एलपीए बनने की उम्मीद थी।
मौसम विभाग ने कहा कि बाद में यह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की ओर बढ़ने से पहले कम दबाव का क्षेत्र में बदल गया। मौसम प्रणाली के 21 मार्च को एक चक्रवाती तूफान में बदलने और 22 मार्च तक उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है। जब यह चक्रवात में बदल जाता है तो इसका नाम ‘आसनी’ रखा जाएगा। जो कि श्रीलंका द्वारा सुझाया गया एक नाम है।
इसके साथ ही मौसम विभाग ने कहा आने बताया कि यह उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ेगा और 23 मार्च की सुबह तक बांग्लादेश और उससे सटे उत्तरी म्यांमा तट के पास पहुंच जाएगा। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर स्थिति खराब होने की आशंका है। मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे बुधवार को दक्षिण बंगाल की खाड़ी और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के मध्य भागों में और बृहस्पतिवार तथा शुक्रवार को दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और अंडमान तटीय क्षेत्र में न जाएं।कार्यालय ने मछुआरों को शनिवार और मंगलवार के बीच अंडमान सागर और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर नहीं जाने की सलाह दी है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में रविवार को तेज हवाएं चलने का अनुमान है।