Weapon Surrender campaign
दुर्ग। इन दिनों प्रदेश में हथियारों का चलन काफी बढ़ गया है, जिसके कारण चाकूबाजी की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। साथ ही सोशल साइट पर बंदूक, कट्टा और धारदार हथियारों के साथ वीडियो बनाकर भी वायरल किए जा रहे हैं। बीते दिनों पुलिस को सूचना मिली कि ऑनलाइन साइटों के जरिए बड़ी मात्रा में हथियारों की खरीदारी करके मंगाए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक इस तरह से हथियार मंगाने वालों में अधिकतर नाबालिग शामिल हैं। पुलिस को शक है कि मंगाए जाने वाले इन हथियारों का उपयोग दुर्ग चकूबाजी सहित अन्य घटनाओं में किया जा रहा है।
people putting illegal weapons in dustbin
भविष्य में किसी तरह की कोई चाकूबाजी के साथ ही अन्य तरह की अप्रिय घटना न हो, इसके लिए दुर्ग पुलिस ने अवैध हथियारों के का समर्पण किए जाने के लिए एक मुहिम की शुरुआत की है। दुर्ग पुलिस द्वारा शुरू की गई इस अनोखी मुहिम के तहत सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ वीडियो बनाकर शेयर करने वाले नाबालिगों व अन्य युवकों के लिए मौका दिया जा रहा है कि वह जिले के थानों में लगे हुए बकेट में हथियार लाकर उनका समर्पण कर दें। ऐसा करने वाले युवाओं पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
campaign to surrender weapons
बता दें कि दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव द्वारा यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि किसी भी अवैध हथियार को पुलिस थानों में लगाए गए बकेट में नहीं डाला गया तो पुलिस द्वारा ऐसे लोगों की तलाश की जाएगी। इसके साथ ही हथियारों के साथ पकड़े जाने पर ऐसे लोगों पर आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की कार्रवाई से बचने के लिए पहले ही बिना अपनी पहचान उजागर किए ही हथियारों का समर्पण कर दें। बता दें कि दुर्ग पुलिस द्वारा शुरू किए गए इस अनोखे अभियान के तहत युवाओं द्वारा अपने हथियारों का समर्पण किया जाना शुरू भी कर दिया गया है।