Lok Sabha chunav 2024: कांग्रेस ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सत्ता पक्ष पर निशाना साधा है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमारा खाता फ्रीज कर दिया गया है। खाता फ्रीज करना सत्ताधारी दल का सियासी खेल है। बीजेपी ने खुद हजारों करोड़ भर लिए और हमारे बैक अकाउंट फ्रीज करवा दिए। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी मौजूद थे।
लोकसभा चुनाव के लिए जारी सियासत की जंग के बीच कांग्रेस ने गुरुवार को बैंक अकाउंट फ्रीज करने का मुद्दा उठाया। पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर सीधा निशाना साधा।
सोनिया गांधी ने क्या कहा?
खरगे के बाद कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जो मुद्दा हमने उठाया है वो बहुत अहम है। ये मुद्दा सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। जनता के द्वारा दिए गया पैसा हमसे लूटा जा रहा है। ये अलोकतांत्रिक है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, हम अपना प्रचार भी नहीं कर पा रहे हैं। 115 करोड़ इनकम टैक्स ने सरकार को ट्रांसफर करा दिया। ये कहां का लोकतंत्र है। अगर आप हमें समर्थन नहीं देंगे तो न लोकतंत्र रहेगा न हम और न आप।
बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया क्यों
कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा, बीजेपी ने हमारे खातों को फ्रीज करके और उनसे जबरन 115.32 करोड़ रुपये निकालकर आम जनता द्वारा कांग्रेस पार्टी को दिए गए दान को लूटा है। बीजेपी सहित कोई भी राजनीतिक दल आयकर नहीं देता है, फिर भी कांग्रेस पार्टी के 11 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया क्यों?
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए एक नोटिस के लिए 4 बैंकों में हमारे 11 खातों में 210 करोड़ रुपये पर ग्रहणाधिकार अंकित किया गया था। कारण यह बताया गया कि 199 रुपये करोड़ की कुल प्राप्ति में से 14.49 लाख नकद (हमारे सांसदों द्वारा कांग्रेस पार्टी को दिए गए दान के रूप में) प्राप्त हुए थे। यह नकद घटक कुल दान का केवल 0.07% है और सजा 106% थी।
सरकार पर हमलावर कांग्रेस
अजय माकन ने कहा कि हमारे खातों को फ्रीज करने के समय को देखें। हमें 2017-18 में 199 करोड़ का दान मिला, लेकिन 7 साल बाद, 13 फरवरी 2024 को 210.25 करोड़ का ग्रहणाधिकार चिह्नित किया गया, हमारे बैंक खाते लगभग सील कर दिए गए, और बाद में, 115.32 करोड़ जबरन जब्त कर लिए गए।
उन्होंने कहा कि ग्रहणाधिकार इस तरह से चिह्नित किया गया था कि इसने न केवल 210 करोड़ रुपये सील कर दिए, बल्कि कांग्रेस को अपनी जमा राशि 285 करोड़ रुपये का उपयोग करने से भी रोक दिया। इसने मुख्य विपक्षी दल के वित्त को लगभग पंगु बना दिया। हमारे 11 खाते फ्रीज कर दिए गए.वो भी चुनावों की घोषणा (Lok Sabha chunav 2024) से सिर्फ 3 हफ्ते पहले।
अजय माकन ने आगे कहा कि जैसे कि यह पर्याप्त नहीं था, पिछले हफ्ते हमें वित्त वर्ष 1993-94 के लिए आयकर विभाग से नया नोटिस मिला, जब सीता राम केसरी कोषाध्यक्ष थे। हमें 31 साल के मूल्यांकन के बाद वित्तीय वर्ष 1993-94 के लिए दंडात्मक शुल्क की गणना करने के लिए कहा जा रहा है। मोदी सरकार जानती है कि राजनीतिक दल आयकर के दायरे में नहीं आते हैं।
देश में लोकतंत्र नहीं: राहुल गांधी
वहीं, राहुल गांधी ने कहा कि बैंक खातों के बिना हम कैसे चुनाव लड़ेंगे। आप सोचिए आपके अकाउंट बंद हो जाए, एटीएम बंद हो जाए तो आप कैसे सरवाइव करेंगे. हम ना प्रचार कर सकते हैं, ना ट्रेवल कर सकते हैं, ना नेताओं को पैसे दे सकते हैं।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि चुनाव (Lok Sabha chunav 2024) से 2 महीने पहले ये सब करना दिखाता है कि वो कांग्रेस को चुनाव ही नहीं लड़ने देना चाहते हैं। एक महीने पहले कांग्रेस के सारे अकाउंट फ्रीज कर दिए, कांग्रेस के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमिशन ने चुप्पी साध ली हमें 20 % लोग वोट करते हैं. सारी संवैधानिक संस्थाएं चुप हैं।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि 7 साल पहले 14 लाख का इश्यू था. आज 200 करोड़ वसूल रहे हैं। जबकि नियम के मुताबिक 10 हज़ार रुपये तक की ही पेनाल्टी लग सकती है। सीताराम केसरी के वक्त के नोटिस दिए जा रहे हैं। देश में लोकतंत्र है, ये सबसे बड़ा झूठ है। हमारे खाते फ्रीज नहीं किए बल्कि लोकतंत्र को फ्रीज किया गया है।