वायनाड। केरल के वायनाड जिले के थिरुन्नेल्ली ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाली पनवेली आदिवासी बस्ती में 24 वर्षीय एक व्यक्ति क्यासनुर फॉरेस्ट डिजीज (केएफडी) से ग्रस्त पाया गया है जिसे आम बोलचाल की भाषा में ‘मंकी फीवर’ कहते हैं। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दी। जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ.सकीना ने ‘‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने पहले ही मौसमी बुखार को लेकर अलर्ट जारी किया था और स्थानीय लोगों से सतर्क रहने का आह्वान किया था।
वायरस ‘‘फ्लैविविराइडा’’ फैमिली से आता है
उन्होंने बताया कि मंकी फीवर से ग्रस्त युवक को मनंथवाडी चिकित्सा महाविद्यालय में भर्ती कराया गया है और वह डॉक्टरों की निगरानी में है। डॉ.सकीना ने बताया कि उसकी हालत स्थिर है और अब तक मंकी फीवर का कोई और मामला नहीं आया है। उल्लेखनीय है कि केरल में इस साल मंकी फीवर का यह पहला मामला है। इस बीमारी का वायरस ‘‘फ्लैविविराइडा’’ फैमिली से आता है और इसके वाहक बंदर होते हैं।