शिमला। Shimla Municipal Corporation Election 2023 शिमला में नगर निगम के 34 वार्ड के लिए मंगलवार सुबह आठ बजे मतदान शुरु हुआ, परिणामों की घोषणा बृहस्पतिवार को की जाएगी। नगर निगम के पांच वर्ष का कार्यकाल जून 2022 में समाप्त हो गया था, लेकिन चुनाव कराने में 11 माह की देरी हुई।
मतदाताओं को प्रेरित करते नजर आए मतदाता
इन चुनावों में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच है और दोनों दलों के कार्यकर्ता सुबह से ही मतदाताओं को मतदान केन्द्रों में जाने के लिए प्रेरित करते नजर आए। यहां सुबह से ही घना कोहरा छाया हुआ है। यह चुनाव कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए ही अहम है। पिछले वर्ष दिसंबर में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में जीत से उत्साहित कांग्रेस को पांच माह में किए गए कार्यों के बल पर अपनी जीत का भरोसा है। कांग्रेस के प्रचार की अगुवाई कर रहे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू छोटा शिमला वार्ड से दो बार पार्षद रह चुके हैं।
Himachal Pradesh | Voting underway for Shimla Municipal Corporation elections#ShimlaMCElection2023 pic.twitter.com/r9gdNi8itv
— ANI (@ANI) May 2, 2023
भाजपा को वोट मिलने की उम्मीद
वहीं दूसरी ओर भाजपा को निवर्तमान शिमला नगर निगम बोर्ड के कामकाज के आधार पर वोट मिलने की उम्मीद है। इस बोर्ड की कमान 2017 से 2022 तक भाजपा के पास थी। राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार चुनाव में 93,920 मतदाता मतदान के लिए पात्र हैं। इनमें 49,759 पुरुष और 44,161 महिलाएं हैं। भाजपा और कांग्रेस ने सभी 34 वार्ड में उम्मीदवार खड़े किए हैं, वहीं आम आदमी पार्टी ने 21 और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने चार सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।