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देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों के चुनाव के लिए सोमवार को सुबह आठ बजे मतदान शुरू हो गया, जहां प्रदेश के 82 लाख से ज्यादा मतदाता 632 प्रत्याशियों की किस्मत को ईवीएम में कैद कर देंगे।
पूरी तैयारी
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं । उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि प्रदेश में शाम छह बजे तक मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। उन्होंने कहा,‘‘मेरा सभी मतदाताओं से विनम्र अनुरोध है कि वे अपने मताधिकार का इस्तेमाल अवश्य करे। लोकतंत्र में प्रत्येक मत अमूल्य है।’’
कोविड प्रोटोकॉल का पालन
सौजन्या ने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम का प्रयोग करने के लिए दस्ताने और हैंड सैनेटाइजर उपलब्ध कराए गए हैं ताकि महामारी को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने मतदाताओं से सामाजिक दूरी का पालन करने और मास्क पहनने समेत कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाने की भी अपील की । कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर के कारण प्रदेश में शुरूआत में चुनाव प्रचार केवल जनसंपर्क तक ही सिमटा रहा, लेकिन राहत की बात यह है कि अब संक्रमण मामलों की संख्या में गिरावट आ गयी है ।
किस दल ने उतारे कितने उम्मीदवार
करीब 21 साल पहले बने उत्तराखंड में पिछले चार विधानसभा चुनावों की तरह इस बार भी ज्यादातर सीटों पर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। बहरहाल, आम आदमी पार्टी (आप) ने 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर कई सीटों पर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास किया है। इसके अलावा, क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल भी 48 सीटों पर चुनाव लड़कर अपनी मौजूदगी दर्ज करवा रहा है। हरिद्वार और उधमसिंह नगर जैसे मैदानी इलाकों में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं ।
पुष्कर के कंधों पर दारोमदार
भाजपा की तरफ से पार्टी का दारोमदार मुख्य रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कंधों पर है जो पिछले एक पखवाड़े से पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। खटीमा से लगातार तीसरी बार विजय का सपना देख रहे रहे धामी का मुकाबला भुवन चंद्र कापड़ी से है जो कांग्रेस की प्रदेश इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हैं ।
हाईप्रोफाइल सीट
कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस बार लालकुआं से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जहां उनका मुकाबला भाजपा के मोहन बिष्ट के अलावा कांग्रेस की बागी प्रत्याशी संध्या डालाकोटी से है । भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मदन कौशिक हरिद्वार शहर से और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गणेश गोदियाल श्रीनगर गढ़वाल सीट से चुनावी मैदान में हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री पद के लिए आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री सीट से खड़े हुए हैं । 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित रूप से 57 सीटें जीतकर ऐतिहासिक विजय हासिल करने वाली भाजपा के सामने चुनौती न केवल अपनी साख बचाने की है बल्कि वह कांग्रेस के साथ एक कड़े मुकाबले में उलझी हुई है। राजनीतिक विश्लेषज्ञों का मानना है कि चुनाव में बाजी किसी भी तरफ पलट सकती है ।
मतदान केंद्र
प्रदेश में कुल 8,624 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा 11,697 मतदेय स्थल हैं। प्रदेश में सभी सुविधा युक्त आदर्श बूथ की संख्या 150 है जबकि पूरी तरह महिलाओं की तैनाती वाले सखी बूथों की संख्या 100 है । सबसे अधिक 1,248 मतदाताओं वाला मतदेय स्थल हरिद्वार जिले के खानपुर विधानसभा सीट का नगला इमरती एवं उधम सिंह नगर जिले की जसपुर विधानसभा सीट का गढ़ी नेगी बूथ हैं, जबकि सबसे कम मतदाताओं की संख्या वाला मतदेय स्थल कोटद्वार विधानसभा सीट का ढिकाला बूथ है, जहां केवल 14 मतदाता हैं ।
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