CG Vocational Teachers: छत्तीसगढ़ में समग्र शिक्षा विभाग के द्वारा युवाओं को तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए व्यावसायिक शिक्षा योजना चलाई जा रही है। इसका ठेका समग्र शिक्षा ने कंपनी लर्नेट स्किल लिमिटेड को दे रखा है। कंपनी को सरकार के द्वारा शिक्षकां को दिवाली पर वेतन देने के आदेश दिए थे, लेकिन कंपनी ने सरकार का आदेश नहीं माना।
इसके कारण व्यावसायिक शिक्षकों को दिवाली पर भी वेतन (CG Vocational Teachers) नहीं मिला। इन शिक्षकों का पिछले तीन महीने का वेतन अटका हुआ है। इससे परेशान व आक्रोशित प्रदेशभर के शिक्षकों प्रदर्शन किया। व्यवसायिक शिक्षक समग्र शिक्षा कार्यालय गए, जहां ठेका कंपनी को हटाए जाने की मांग की और प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया।
तीन महीने से नहीं मिला वेतन
व्यावसायिक शिक्षकों (CG Vocational Teachers) ने जानकारी दी कि दिवाली पर्व के मौके पर व्यावसायिक शिक्षकों वेतन नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है। घर की आर्थिक हालत बहुत खराब हो गई है। वहीं अन्य शिक्षकों का कहना है कि विभाग के पास जाते हैं तो उनके द्वारा ठेका कंपनी की गलती बताई जाती है। ठेका कंपनी के द्वारा कहा जाता है कि समग्र शिक्षा विभाग से पैसा ही नहीं दिया गया है।
हमारे दर्द को कोई समझने वाला नहीं
वोकेशनल शिक्षकों (CG Vocational Teachers) का कहना है कि हमारे दुख दर्द को कोई समझने वाला नहीं है। दिवाली पर्व का सबसे बड़ा त्यौहार निकल गया, उस समय भी हमारे हाथ खाली थे। समग्र शिक्षा कार्यालय रायपुर पहुंचे सभी शिक्षकों को फिर से आश्वासन मिला है। अधिकारियों ने शिक्षकों को जानकारी दी कि कंपनी की फाइल में गड़बड़ी होने से भुगतान रोका गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ये खबर भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ नेशनल हाईवे पर हादसा: रायपुर-बिलासपुर रोड में निकली छड़ बोलेरो के टायर में घुसी, पलटने से 3 की मौत, 4 घायल
अनुबंध का किया उल्लंघन
आक्रोश शिक्षकों ने समग्र शिक्षा (CG Vocational Teachers) से ठेका कंपनी लर्नेट स्किल लिमिटेड को हटाए जाने की मांग की है। शिक्षकों का कहना है कि अलग-अलग और आठ कंपनियां हैं, जो व्यावसायिक शिक्षा का संचालन कर रही है। ये कंपनियां अपने व्यावसायिक शिक्षकों को समय पर वेतन दे रही है। इस कंपनी के द्वारा वेतन नहीं दिया जा रहा है। वहीं व्यावसायिक शिक्षकों ने बताया कि समग्र शिक्षा विभाग और ठेका कंपनियों के बीच अनुबंध है। इसमें लिखा है कि 3 महीनों तक का भुगतान कंपनी को करना है। इस अनुबंध का उल्लंघन कंपनी बार-बार कर रही है।
ये खबर भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में डॉक्टर पर हमला: दुर्ग में इलाज कराने आए मरीज ने डॉक्टर को पीटा, IMA हॉस्पिटल में फीस मांगने पर विवाद