नई दिल्ली। देव उठनी ग्यारस के बाद vivah-muhurat-2021-22 विवाह मुहूर्त प्रारंभ होने के चलते शादियां शुरू हो गई थीं। लेकिन आपको बता दें। नवंबर का महीना निकल चुका है। अब चल रहा है साल का आखिरी महीना दिसंबर। यानि अगर इस माह चूंके तो आपको सीधे अगले साल तक विवाह के इंतजार करना पड़ेगा। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार अगले साल एक माह के लिए ग्रह के अस्त होने से विवाह मुहूर्त पर विरान लग जाएगा। जिसके बाद मार्च को छोड़कर सीधे अप्रैल में विवाह मुहूर्त शुरू होंगे।
तारा अस्त होने से एक माह नहीं हो पाएंगे विवाह
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविन्द शास्त्री ने बताया कि विवाह संपन्न होने के लिए गुरू और शुक्र का उदय होना जरूरी है। फरवरी के बाद मार्च में इनमें से एक भी तारे के अस्त होने से विवाह पर विराम लग जाएगा। चैत्र के नवरात्रि के बाद से एक बार फिर मुहूर्त की शुरुआत हो जाएगी।
इस बार 2 महीने में आपको विवाह के 16 मुहूर्त मिलेंगे। अगर इस माह चूके तो आपको फिर एक माह का इंतजार करना पड़ेगा। इतनी कम मुहूर्त होने के कारण शहर में इस बार करीब ढाई से तीन हजार जोड़ों के दांपत्य सूत्र में बंधने का अनुमान है। खास बात यह है कि नए साल 2022 में कुल विवाह मुहूर्त तो करीब 60 दिन मिलेंगे। परंतु शुरुआती महीनों में मार्च में एक मुहूर्त नहीं है। जबकि अप्रैल में 5 दिन ही शादियां हो पाएंगी।
मई और जून में सबसे अधिक मुहूर्त —
सबसे ज्यादा मुहूर्त मई व जून में मिलेंगे। इस बार मुहूर्त 19 नवंबर से शुरू होकर 13 दिसंबर तक रहेंगे। इस 2 माह में विवाह के लिए कुल 16 दिन ही आपको मिलेंगे। इसमें शहर में करीब 3000 जोड़ी दंपति सूत्र में बंधेंगे। 19 नवंबर 2021 में सर्वाधिक विवाह होंगे। इसके अलावा 8 दिसंबर को अमृत सिद्धि योग भी रहेगा।
विवाह मुहूर्त तिथियां —
दिसंबर — 1, 2, 6, 8, 9, 11, 12, 13, 20, 22
जनवरी — 15, 20, 23, 24, 27, 28, 29, 30
फरवरी — 5, 6, 11, 12, 18, 19, 20
अप्रैल 2022 — 14, 15, 16, 17,19, 20, 21, 22, 23, 24 और 27
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।