Vitamin B12, D3 Foods: आजकल आम तौर हम भरपूर पोषण और स्वस्थ खानपान के वाबजूद रोजमर्रा के कामों में थका हुआ महसूस करते हैं. हमारे मन में हमेशा ही ये सवाल उठता है कि सभी तरह के पोषक तत्त्व और एनर्जी सप्लीमेंट्स लेने के बाद भी थकान क्यों महसूस कर रहें हैं.
अगर आपके साथ भी यही हो रहा है तो ये थकान या स्ट्रेस नहीं बल्कि शरीर में किसी न्यूट्रिएंट्स की कमी की ओर इशारा करता है. जिसका अर्थ है कि हमारे शरीर में सभी तरह के पोषण लेने के बाद भी थकावट महसूस करते हैं.
यह केवल न्यूट्रिएंट्स की कमी के कारण नहीं होता बल्कि शरीर में विटामिन डी3, B12 और कैल्शियम की कमी के कारण होता है. आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप घर पर अपने खानपान में और डेली एक्टिविटीज में सुधार करके आसानी से शरीर में विटामिन डी3 B12 और कैल्शियम की कमी पूरी कर सकते हैं.
विटामिन डी3 की कमी की वजह
कम धूप एक्सपोजर: धूप में समय बिताने की कमी विटामिन डी3 की कमी का प्रमुख कारण है. आज कल की लाइफस्टाइल में लोग धूप से बचने की कोशिश ज्यादा करते हैं. आम तौर पर लोग सुबह की धूप में समय बिताने को भी अनदेखा कर देते हैं. जैसे कि हम सब जानतें हैं विटामिन डी3 का सबसे बड़ा सोर्स धूप ही है. इसके अलावा लोग ज्यादातर अपनी कारों से घूमना पसंद करते हैं. जिससे वे सूरज की किरणों से मिलने वाला विटामिन डी3 नहीं ले पाते हैं.
अधिकतम कपड़ों का इस्तेमाल: ज्यादातर लोग अपने शरीर को सूरज की किरणों से बचाने के लिए अधिकतम कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं, जिससे वे विटामिन डी3 कंज्यूम नहीं कर पाते हैं. आम तौर महिलाएं और पुरुष दोनों ही घर से निकलने के पहले तमाम तरीके के स्कार्फ्स, कैप या स्टाल का इस्तेमाल धूप से बचने के लिए करते हैं. इस तरह के फेव्रिक का इस्तेमाल करने से हमे विटामिन डी3 नहीं मिलता है.
खानपान की गलत आदतें: विटामिन डी3 की कमी का कारण हो सकता है उपयोगी आहार की कमी, जैसे कि दूध और दूध से निर्मित उत्पादों में विटामिन डी3 की कमी हो जाती है. इसके साथ ही कई लोग डाइट में आजकल वीगन फ़ूड का इस्तेमाल करने लगे. जैसा कि आप जानतें हैं कि वीगन फ़ूड यानी गाय या किसी भी पशु से निकली हुई चीज़ों का सेवन नहीं करते हैं.
विटामिन D3 की कमी के लक्षण
विटामिन डी3 की कमी अक्सर हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी का कारण बन सकती है. विटामिन डी3 की कमी व्यक्ति को थकान महसूस करवा सकती है. विटामिन डी3 की कमी से हृदय सम्बंधी समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि बढ़ी हुई हृदय दर्द या असामान्य हृदय धड़कन.
विटामिन डी3 की कमी का असर बालों और नाखूनों में कमजोरी का कारण बन सकता है. विटामिन डी3 की कमी से सांस लेने में कठिनाई, सांस की समस्याएं हो सकती है. इसके अलावा आपको सिरदर्द, उल्टी आना, चक्कर आना या भूख न लगने जैसी समस्या हो सकती हैं.
विटामिन D3 कैसे काम करता है?
सूरज की रोशनी, भोजन से मिलने वाले विटामिन डी और विटामिन को उपयोगी बनने के लिए शरीर में दो बदलावों से गुजरना पड़ता है.
लीवर में विटामिन डी कैल्सिडिओल (विटामिन डी बनाने में सहायक) में बदल जाता है. हाइड्रॉक्सिल समूह जोड़ने का दूसरा चरण ज्यादातर लीवर में होता है और एक प्रकार का विटामिन डी बनाता है जो आपके शरीर को स्वस्थ रहने में मदद करता है, जिसे “कैल्सीट्रियोल” भी कहा जाता है.
ये चीजें पूरी करेंगी विटामिन डी 3 की कमी
सब्जियों में मशरूम विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है. मशरूम में नियमित मशरूम की तुलना में 1000 गुना अधिक विटामिन डी होता है. पालक एक पत्तेदार हरी सब्जी है जो विटामिन डी सहित पोषक तत्वों से भरपूर होती है। एक कप पके हुए पालक में विटामिन डी सबसे ज्यादा होता है. इसके साथ ही आप अपनी डाइट में ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और अन्य चीजें शामिल कर सकते हैं.
विटामिन B12 की कमी की वजह
विटामिन B12 एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो हमारे शरीर के सामान्य कार्यों को करने में अहम भूमिका निभाता है. यह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, और इसकी कमी कई समस्याओं का कारण बन सकती है.
शार्ट डाइट: अधिकतम विटामिन B12 खाने का स्रोत है डेयरी प्रोडक्ट्स और सोया प्रोडक्ट्स हैं.
आयरन और फॉलेटिक एसिड की कमी: अगर शरीर में आयरन या फॉलेटिक एसिड की कमी हो, तो यह शरीर में विटामिन B12 प्रोड्यूस करने में रुकावट डाल सकता है, क्योंकि ये सभी एक-दूसरे के अच्छे संगठन में मदद करते हैं.
डाईजेशन सिस्टम की समस्याएं: कई बार यह होता है कि डाईजेशन सिस्टम में किसी समस्या के कारण विटामिन B12 बन नहीं पाता है, जिससे इसकी कमी हो सकती है.
आयरन: अधिक आयरन उपलब्धता के कारण भी विटामिन B12 की कमी हो सकती है, क्योंकि अधिक आयरन विटामिन B12 के प्रोडक्शन को कम कर सकता है।
विटामिन B12 की कमी के लक्षण
विटामिन B12 की कमी के कारण चक्कर आने का अनुभव हो सकता है, जो अनियमित हृदय ध्वनियों के कारण हो सकता है. साथ ही विटामिन B12 की कमी से व्यक्ति में अधिक थकान महसूस हो सकती है और उन्हें आम तरीके से की तुलना में कम ऊर्जा का अनुभव हो सकता है.
इसके अलावा आपको मांसपेशियों में दर्द, विटामिन B12 की कमी अगर लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह पेट में इस्त्रीलता या एलबाम की समस्याओं का कारण बन सकती है। आपको इसकी कमी के कारण नींद न आने की समस्या हो सकती है.
विटामिन B12 कैसे काम करता है?
विटामिन बी12 एक विशेष विटामिन सुपरहीरो की तरह काम करता है जो हमारे शरीर को स्वस्थ रहने में मदद करता है। यह लाल रेड ब्लड सेल्स को बनाने में मदद करता है, जो छोटे सहायकों की तरह होते हैं जो हमारे शरीर के चारों ओर ऑक्सीजन ले जाते हैं.
विटामिन बी12 हमारे शरीर में ऊर्जा के लिए चीनी का उपयोग करने में मदद करता है और हमारे पैंक्रियास को भोजन को बेहतर ढंग से पचाने में मदद करता है.
ये चीजें पूरी करेंगी विटामिन बी12 की कमी
सब्जियों में मशरूम विटामिन बी12 का सबसे अच्छा स्रोत है. मशरूम में नियमित मशरूम की तुलना में 1000 गुना अधिक विटामिन बी12 होता है. इसके अलावा गाय का दूध किसी कंप्लीट फूड से कम नहीं होता. इसमें विटामिन बी12 के अलावा कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम और प्रोटीन पाया जाता है.
सोया खाने से प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी, मैग्नीशियम मिलता है. इसे फोर्टिफाइड करके कोबालामिन भी डाला जाता है। इससे बने दूध-दही का सेवन विटामिन बी12 को बड़ाकर आपके शरीर को देसी तरीके से तगड़ा बना सकता है.
कैल्शियम की कमी के लक्षण
कैल्शियम शरीर के लिए महत्वपूर्ण होता है और इसकी कमी से हड्डियों की कमजोरी हो सकती है. यह खासकर बच्चों और बड़ों में अधिक देखा जाता है. कैल्शियम की कमी के कारण मांसपेशियों में दर्द और तनाव महसूस हो सकता है.
कैल्शियम की कमी दाँतों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है, जैसे कि दाँतों का अच्छी तरह से प्रकारा जाना, दाँतों का झूलना या दर्द. महिलाओं में कैल्शियम की कमी के कारण मासिक धर्म में असमर्थता हो सकती है. जिससे अनियमित मासिक धर्म की समस्या हो सकती है.
कैल्शियम की कमी से मांसपेशियों में अधिक खिंचाव हो सकता है, जो मस्तिष्क और मांसपेशियों को प्रभावित कर सकता है.
ये चीजें पूरी करेंगी कैल्शियम की कमी
कैल्शियम एक ऐसा मिनरल है, जो आपके शरीर को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करता है. यह हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण खनिज है. यह शरीर में अधिकतम मात्रा में उपलब्ध होता है. हमारे शरीर की हड्डियों और दांतों में लगभग 99% कैल्शियम होता है.
ऐसे में शरीर में इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। शरीर में कैल्शियम की कमी न हो इसके लिए आप केला खा सकते हैं. केले में कैल्शियम आपके हृदय और मस्तिष्क को ठीक से काम करने में मदद करता है.
इसके अलावा आप खजूर, रागी, बादाम और अखरोट का सेवन कर सकते हैं. शाकाहारी लोगों के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स को कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है. क्लीवलैंड क्लीनिक की रिपोर्ट के अनुसार दूध, पनीर, योगर्ट, ग्रीक योगर्ट और दूध से बनी खाने-पीने की चीजों से आपको दिनभर के लिए पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मिल सकता है.
कैल्शियम कैसे काम करता है?
हमारे भोजन से कैल्शियम को अब्जॉर्ब करने में मदद के लिए हमारे शरीर को विटामिन डी3 की आवश्यकता होती है. यदि हमारे पास पर्याप्त कैल्शियम नहीं है, तो हमारा शरीर हमारी हड्डियों से अधिक कैल्शियम प्राप्त करने के लिए पैराथोर्मोन नामक हार्मोन बनाएगा.
यह हमारी हड्डियों को कमजोर और मुलायम बना सकता है, जिससे बच्चों में रिकेट्स और वयस्कों में दर्दनाक ऑस्टियोमलेशिया नामक स्थिति पैदा हो सकती है.