मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डा. आनंद राय को गुरुवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली की एक होटल से हिरासत में ले लिया है। बता दें कि उप सचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम की शिकायत पर केके मिश्रा एवं डा आनंद राय के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसी तारतम्य में सुबह पुलिस उन्हें भोपाल लेकर आई। दोपहर में डॉ आनंद राय को क्राइम ब्रांच ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट परिसर में आनंद राय ने कहा कि हम डरने वाले लोग नहीं हैं। मुुख्यमंत्री र्यालय के इशारे पर कार्रवाई हो रही है। दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में मामले को लगाने गया था, वहीं से पुलिस ने हिरासत में लिया।
क्या है मामला
गौरतलब है कि पिछले दिनों डा. राय के अलावा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, जालसाजी और एट्रोसिटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई थी। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने दोनों आरोपितों को नोटिस जारी किया था, लेकिन दोनों ही जवाब देने नहीं पहुंचे थे। इसके बाद पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने भी डॉ आनंद राय के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। इंदौर के हुकुमचंद चिकित्सालय में चिकित्सा अधिकारी के रूप में पदस्थ आनंद राय विगत 29 मार्च को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के औचक निरीक्षण के दौरान ड्यूटी से नदारद मिले थे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने डा आनंद राय द्वारा इंटरनेट मीडिया पर शासन/प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ टिप्पणियाें को भी अमर्यादित आचरण माना है।
उप सचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम ने की थी शिकायत
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में उप सचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम की शिकायत पर केके मिश्रा एवं डा आनंद राय के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बता दें कि आनंद राय ने मरकाम पर मप्र प्राथमिक शिक्षा पात्रता वर्ग-3 के प्रश्न पत्र लीक करने के गंभीर आरोप लगाते हुए सीबीआइ जांच की मांग की थी। आनंद राय की इस पोस्ट का प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने भी समर्थन किया था। लक्ष्मण सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके द्वारा इस प्रकार से किसी को मोबाइल से मैसेज, फोटो या स्क्रीन शाट नहीं भेजा गया है। शिकायतकर्ताओं द्वारा ऐसा करके यह दर्शाया जा रहा है कि जैसे मेरे द्वारा ही मप्र प्राथमिक शिक्षक पात्रता वर्ग-3 की परीक्षा के प्रश्नपत्रों को लीक किया गया है। अजाक थाने में दर्ज इस मामले की केस डायरी क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर की गई थी।
पेपर का स्क्रीनशॉट किया था वायरल
लक्ष्मण सिंह मरकाम का कहना है कि उनके ऊपर शिक्षक पात्रता परीक्षा का पर्चा लीक करने का आरोप सोशल मीडिया के मार्फत लगाया गया। साथ ही केके मिश्रा ने भी फेसबुक पर समानांतर कूट रचित स्क्रीनशॉट पोस्ट किया और मुझ पर प्रश्न-पत्रों को लीक करने का गंभीर आरोप लगाया है। यह कूटरचना आनंद राय व केके मिश्रा ने उनकी छवि खराब करने, आमजन के साथ छल करने और देश के नौजवानों को भ्रमित कर आक्रोशित करने के उद्देश्य से की गई है। पुलिस ने आनंद राय व केके मिश्रा के खिलाफ धारा 419, 469, 470, 500, 504, 120बी भादवि 3 (1), क्यूआर 3(2) 5 क एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। दोनों को जवाब देने के लिए नोटिस भी जारी किया था।
कमलनाथ बोले- सरकार सच को दबा रही
मप्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा- लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, इस मामले में डॉ. आनंद राय की गिरफ्तारी व गिरफ्तारी का तरीका पूरी तरह से दमनकारी है। सरकार सच की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश व्यापमं में घोटाले जारी है, लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का खेल जारी है। अफसोस है कि घोटालेबाजों पर कार्रवाई की बजाय इसकी आवाज उठाने वालों पर दमनकारी कार्रवाई की जा रही है।