बांग्लादेश की राजनीति आज एक बड़े मोड़ पर खड़ी है। 17 साल बाद बांग्लादेश के ‘क्राउन प्रिंस’ कहे जाने वाले तारिक रहमान आज लंदन से ढाका लौट आए हैं। साल 2008 में जब वे देश छोड़कर गए थे, तब उन पर भ्रष्टाचार, रिश्वत और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोप थे। उन्होंने उस वक्त शपथ पत्र देकर वादा किया था कि वे राजनीति में वापस नहीं लौटेंगे। लेकिन वक्त बदला और आज तारिक रहमान अपने उसी वादे को तोड़कर ढाका पहुंचे हैं। उनकी वापसी पर लाखों समर्थक सड़कों पर उतरे और जोरदार स्वागत किया। बांग्लादेश में 12 फरवरी 2026 को आम चुनाव होने हैं और माना जा रहा है कि इस बार जनता BNP को सत्ता सौंप सकती है। 2001 से 2006 तक BNP की सरकार रही, खालिदा जिया प्रधानमंत्री थीं, लेकिन असली ताकत तारिक रहमान के हाथ में मानी जाती थी। इसी दौर में 2004 का ढाका ग्रेनेड हमला हुआ, जिसमें शेख हसीना की रैली को निशाना बनाया गया। इस हमले में तारिक रहमान को दोषी ठहराते हुए अदालत ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अब उनकी वापसी ने बांग्लादेश की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है
सबसे बड़ी कसम तोड़कर बांग्लादेश लौटे तारिक रहमान, आखिर क्या है वजह?
17 साल बाद तारिक रहमान लंदन से ढाका लौटे। 2026 चुनाव से पहले उनकी वापसी ने बांग्लादेश की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है।
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