देवास। मध्य प्रदेश के देवास जिले के एक सरकारी अधिकारी के घर में पर्याप्त नकदी एवं बहुमूल्य सामान नहीं मिलने से नाराज होकर वहां एक पत्र लिखकर छोड़ जाने वाले दो चोरों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। ये मामला सोमवार को प्रकाश में आया था। देवास जिले के खातेगांव के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) त्रिलोचन सिंह गौड़ के घर में पर्याप्त नकदी एवं बहुमूल्य सामान नहीं मिलने पर चोर वहां एक पत्र लिखकर छोड़ गये थे, जिसमें लिखा था, ”जब पैसे नहीं थे, तो घर को लॉक नहीं करना था कलेक्टर।” कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी उमराव सिंह ने बताया कि चोरी के इस मामले में दो आरोपियों कुंदन ठाकुर (32) और शुभम जायसवाल (24) को पकड़ लिया गया है, जबकि उनका साथी प्रकाश उर्फ गंजा अभी फरार है।
उन्होंने कहा कि इनमें से जायसवाल ने गौड़ के घर में करीब 5,500 रुपये की ही नकदी मिलने के बाद पत्र नोट लिखकर छोड़ा था। सिंह ने कहा कि आरोपियों ने अक्टूबर के पहले सप्ताह में एसडीएम के घर की टोह लेने के बाद यह चोरी की थी। पिछले करीब 15-20 दिन से इस घर में कोई नहीं रहता था। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं और इनके कब्जे से 4,000 रुपये नकद और अन्य सामान जब्त किया गया है।
यह था मामला
देवास जिले से एक चोरी का अनोखा मामला सामने आया था। यहां एक डिप्टी कलेक्टर के घर में चोरी हुई। चोर ने चोरी के बाद एक अनोखा नोट छोड़ा था। यह नोट सोशल मीडिया पर हास्य का विषय बन गया था। चोर ने इस नोट में लिखा था कि ‘जब पैसे नहीं थे तो लॉक ही नहीं करना था कलेक्टर।’ चोर का यह फनी नोट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। जानकारी के मुताबिक देवास जिले के खातेगांव के SDM त्रिलोचन सिंह गौड़ यहां के सरकारी आवास सिविल लाइन में रहते हैं। बीते शुक्रवार को को वह घर से बाहर गए हुए थे। इसी दौरान चोरों ने शुक्रवार को गौड़ के घर को निशाना बनाया और ताला तोड़कर अंदर घुस गए। चोरी के बाद चोरों को काफी कम सामान मिला। इस बात से झल्लाकर चोरों ने कलेक्टर के लिए नोट तक छोड़ दिया। इस नोट में चोरों ने लिखा कि ‘जब पैसे नहीं थे तो लॉक ही नहीं करना था कलेक्टर।’