हाइलाइट्स
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किर्गिज और मिस्त्र के छात्रों में हुआ था विवाद
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हिंसा भड़की, पाक ने उनके छात्रों को बुलाया
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हॉस्टल में दहशत में रह रहे भारतीय विद्यार्थी
Kyrgyzstan Violence: एशिया के देश किर्गिस्तान में लोकल और बाहरी को लेकर हिंसा भड़क गई है। ऐसे में किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में देशी और विदेशी को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि भारतीय छात्रों की जान अब संकट में है।
बिश्केक में फंसे भारतीय छात्रों ने मदद की गुहार लगाई है। वहीं मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के छात्रों ने उन्हें सुरक्षित भारत लाने की मांग को लेकर वीडियो जारी किया है।
इस पर एमपी और छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Govt) ने सभी छात्रों को आश्वासन दिया है।
जानकारी मिली है कि किर्गिस्तान (Kyrgyzstan Violence) की राजधानी बिश्केक में हिंसा और उपद्रव से मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट्स डरे हुए हैं।
यहां प्रदेश के 1200 से ज्यादा मेडिकल स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के करीब 70 से ज्यादा छात्र फंसे हुए हैं। वे भारत सरकार से वापस बुलाने की गुहार लगा रहे हैं।
पाकिस्तान ने छात्रों को वापस बुलाया
मध्य प्रदेश (MP Govt) के बड़वानी के छात्र चेतन मालवीय ने किर्गिस्तान (Kyrgyzstan Violence) से एक वीडियो जारी किया, जिसे उसके परिजनों ने सोशल मीडिया पर जारी किया है।
इसमें चेतन ने बताया कि फ्लाइट का टिकट करवा लिया है। भारत सरकार से मांग है कि सुरक्षित एयरपोर्ट तक छुड़वा दें। आगे चेतन ने कहा कि किर्गिस्तान में भारतीय और पाकिस्तानी छात्रों से जमकर मारपीट कर रहे हैं।
हम हॉस्टल में ही हैं। चेतन ने बताया कि 18 मई को रात में कुछ लोगों ने हॉस्टल का गेट खटखटाया। हमने गेट नहीं खोला। भारतीय छात्र हिंसक घटनाओं से डरे हुए हैं।
चेतन ने बताया कि पाकिस्तान सरकार ने फ्लाइट भेजकर उनके छात्रों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। भारतीय छात्रों को अभी इंतजार है।
बता दें कि चेतन के पिता कैलाश चंद्र मालवीय ने एसडीएम को आवेदन देकर बेटे को सुरक्षित लाने की मांग की है।
किर्गिज और मिस्त्र के छात्रों के बीच हुई थी हिंसा
किर्गिस्तानी (Kyrgyzstan Violence) मीडिया के अनुसार 13 मई को बिश्केक में किर्गिज छात्रों और मिस्र के मेडिकल स्टूडेंट्स के बीच झगड़े का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा।
इसके बाद स्थानीय छात्रों ने दूसरे देश के छात्रों (Indian Students) के हॉस्टल पर हमला करना शुरू कर दिया। हालांकि हॉस्टल के बाहर सेना की तैनाती से फिलहाल स्थिति काबू में है।
जबकि सुरक्षा के मद्देनजर यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने ऑनलाइन क्लास शुरू करने के साथ ही स्टूडेंट्स को उनके देश वापस भेजना शुरू कर दिया है। इसका खर्च छात्र ही उठा रहे हैं।
फ्लाइट टिकट के लिए एक छात्र को 30 हजार रुपए का भुगतान करना पड़ रहा है।
छत्तीसगढ़ के 70 छात्र फंसे
जानकारी मिली है कि किर्गिस्तान (Kyrgyzstan Violence) की राजधानी बिश्केक में लोकल और बाहरी छात्रों के विवाद बढ़ता जा रहा है।
इस हिंसा में पाकिस्तान, बांग्लादेश और भारत के छात्रों को खतरा है। जहां छत्तीसगढ़ के 70 छात्र फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जिसने अपने छात्रों को बिश्केक से वापस सुरक्षित लाना शुरू कर दिया है।
इसके चलते भारतीय और मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के छात्रों की चिंता बढ़ गई है।
हॉस्टल से बाहर नहीं जाने दे रहे
किर्गिस्तानी (Kyrgyzstan Violence) मीडिया के अनुसार विदेशी छात्रों को हॉस्टल से बाहर जाने नहीं दिया जा रहा है। जहां से एक छत्तीसगढ़ की छात्रा ने वीडियो जारी कर मदद मांगी है।
छात्रा ने बताया कि मैं किर्गिस्तान की राजधानी (Kyrgyzstan Violence) बिश्केक की आईएचएमएस यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हूं।
18 मई को छात्रों के बीच विवाद हुआ और लोकल छात्रों ने बाहरी छात्रों के हॉस्टल में हमला करना शुरू कर दिया है। इससे कॉलेज जाना बंद है। चारों ओर दहशत बनी हुई है।
मैं अभी ऑनलाइन शिक्षा ले रही हूं। छात्रा ने बताया कि हमें हॉस्टल से बाहर जाने से मना कर दिया गया है। लोकल प्रबंधन मदद कर रहा है। हॉस्टल में ही भोजन भिजवाया जा रहा है।
मैंने घर जाने का प्रोग्राम बदलकर 26 मई की टिकट बुक कराई है।
सुरक्षित एयरपोर्ट छुड़वा दें
बिश्केक में फंसे भारतीय छात्रों (Indian Students) की मांग है कि उन्होंने भारत के लिए फ्लाइट बुक करा दी है। यूनिवर्सिटी ने छात्रों की परीक्षा को दो महीने के लिए आगे बढ़ा दिया है।
छात्रों की मांग है कि उन्हें हॉस्टल से एयरपोर्ट तक सुरक्षित भारत जाने वाली फ्लाइट में छोड़ दिया जाए।
मध्य प्रदेश का चेतन मालवीय किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक के इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मेडिसिन कॉलेज (आईएसएम) में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। उसका चौथा साल है और आठवां सेमेस्टर चल रहा है।
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सीएम यादव ने तीन बच्चों से की थी बात
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को किर्गिस्तान (Kyrgyzstan Violence) में फंसे तीन छात्रों से बात की थी। छात्रों ने मुख्यमंत्री को बताया था कि सर, ऑनलाइन एग्जाम करा दीजिए।
इस पर सीएम ने कहा, सरकार आपकी चिंता कर रही है। सरकार आपके साथ है। आप हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई करें। जल्द ही परीक्षा होने वाली है। इसके बाद ढाई महीने का अवकाश रहेगा। तब घर बुला लेंगे।