Ram Navmi 2023: जहां देशभर में रामनवमी की धूम है वहीं देश के कुछ हिस्सों में रामनवमी जुलूस के दौरान हिंसा हुई है। गुजरात के वडोदरा में जुलूस पर पथराव की घटना सामने आई है वहीं पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हिंसा की भी घटना सामने आई है।
बताया जा रहा है कि हावड़ा के शिबपुर में विश्व हिंदू परिषद और बंजरग दल ने साथ मिलकर रामनवमी का जुलूस निकला, लेकिन इसी बीच वहां हिंसा हुई। जिसके कुछ वीडियोज भी सामने आए हैं। जिसमें वाहनों में आग लगी हुई दिखाई दे रही है। फिलहाल हिंसा के पीछे की वजह सामने नहीं आई है।
#WATCH | West Bengal: Ruckus during ‘Rama Navami’ procession in Howrah; vehicles torched. Police personnel on the spot. pic.twitter.com/RFQDkPxW89
— ANI (@ANI) March 30, 2023
रामनवमी जुलूस से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक बयान भी आया था। जिसमें उन्होंने कहा, “मैं उन लोगों से अनुरोध करना चाहती हूं जो रामनवमी का जुलूस निकाल रहे हैं, वो शांति से करें। कृपया मुस्लिम क्षेत्रों से बचें क्योंकि रमजान चल रहा है। शांति से मनाएं लेकिन हिंसा पैदा करने की कोशिश न करें। उत्तेजित न हों। कुछ भाजपा नेता कह रहे हैं कि वे जुलूस के दौरान तलवार और चाकू लेकर चलेंगे। मैं कहता हूं कि अपराध एक अपराध है। “
#WATCH | West Bengal: Police personnel conduct flag march after ruckus during ‘Rama Navami’ procession in Howrah where several vehicles were torched. pic.twitter.com/W845mdQQnQ
— ANI (@ANI) March 30, 2023
वे (मुस्लिम समुदाय) कुछ गलत काम नहीं कर सकते
वहीं हादसे के बाद सीएम ममता बनर्जी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, ‘मेरे आंख-कान खुले हैं। मुझे सब दिख रहा है। मैंने पहले ही चेतावनी दी थी कि मुस्लिम बहुल इलाकों से यात्रा ना निकाली जाए। मैंने पहले ही कहा था कि राम नवमी पर रैली निकाली गई तो हिंसा हो सकती है।’ ममता ने आगे हिंदू संगठनों पर ही हिंसा का आरोप लगाया। वह बोलीं, ‘यह रमजान का वक्त है। इस वक्त वे (मुस्लिम समुदाय) कुछ गलत काम नहीं कर सकते।’
हिंसा कोई नई बात नहीं
बता दें कि पश्चिम बंगाल में रामनवमी समारोह के दौरान हिंसा कोई नई बात नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में इस अवसर पर खासकर हावड़ा क्षेत्र में हिंसा की इक्का-दुक्का घटनाएं देखी गई हैं। 2022 में, बंगाल के हावड़ा और बांकुरा में रामनवमी उत्सव के दौरान हुई हिंसा की दो घटनाओं में छह पुलिसकर्मियों सहित 20 लोग घायल हो गए थे। इन घटनाओं के बाद 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।