ग्वालियर। केंद्रीय संचार मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विजयपुर उपचुनाव पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने विजयपुर (Vijaypur By Election) में प्रचार न करने के सवाल पर कहा है कि, मैं जनता का सेवक हूं। अगर पार्टी मुझे प्रचार के लिए भेजा जाता तो मैं जरूर जाता।
उपचुनाव (Vijaypur By Election) में हुई हार पर उन्होंने कहा कि- हार पर चिंतन करना होगा, ये चिंता की बात है। हार जरूर गए लेकिन, मतों में बढ़ोत्तरी हुई है।
विजयपुर में प्रदर्शन बेहतर हुआ-सिंधिया
इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस हार का पॉजिटिव पहलू भी बताया। उन्होंने कहा कि, इस विधानसभा सीट (Vijaypur By Election) पर हमारे मतों में बढ़ोत्तरी हुई है। हमारा प्रदर्शन यहां पहले से बेहतर हुआ है। उन्होंने महाराष्ट्र में बीजेपी की प्रचंड जीत पर कहा कि, महाराष्ट्र में मिली ऐतिहासिक जीत ने विश्वास का परचम लहराया है।
महाराष्ट्र की जनता ने तो विश्वास बीजेपी पर जताया है, उस हम पूरी तरह से खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा, कभी 288 सीटों में 80 फीसदी सीटें किसी गठबंधन को नहीं मिली हैं, जो महायुति गठबंधन को मिली हैं।
रामनिवास की हार चिंता का विषय- सिंधिया
सिंधिया ने वन मंत्री रामनिवास रावत की हार को पार्टी के लिए चिंता का विषय बताया है। आपको बता दें कि विजयपुर उपचुनाव (Vijaypur By Election) में बीजेपी, पूरी ताकत झोंकने के बाद भी चुनाव हार गई थी।
विजयपुर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा समेत पार्टी के दिग्गज नेताओं ने प्रचार की कमान संभाली थी। हालांकि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यहां प्रचार नहीं किया था। जिसे लेकर कई सवाल भी उठे थे।
सिंधिया के प्रचार न करने पर ये बोले थे रामनिवास
आपको बता दें कि हाल ही में वन मंत्री रामनिवास रावत से ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रचार न करने को लेकर सवाल पूछा गया था।
तब उन्होंने कहा था कि, ये सवाल आप उनसे (सिंधिया) से पूछिए। वो शायद बिजी होंगे, इस वजह से यहां प्रचार करने नहीं आए।
मुकेश मल्होत्रा ने जीता चुनाव
आपको बता दें कि 13 नवंबर को हुए उपचुनाव (Vijaypur By Election) के नतीजे 23 नवंबर को घोषित हुए थे। इसमें प्रदेश सरकार में वन मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी रामनिवास रावत चुनाव हार गए थे।
कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने यहां 7 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की थी।
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए थे रावत
आपको बता दें कि रामनिवास रावत ने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामा था। उस दौरान उन्होंने बीजेपी के पक्ष में प्रचार भी किया था। हालांकि वो खुद चुनाव हार गए।
हार के बाद उन्होंने कहा था कि, चुनाव (Vijaypur By Election) में जिन लोगों ने गड़बड़ी की है और पार्टी के खिलाफ काम किया है, उनकी पूरी रिपोर्ट बनाकर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष को दूंगा। जनता ने मुझे भले ही नकार दिया हो, लेकिन मैं जनता के बीच में रहूंगा और सुख- दुख में साथ दूंगा।