भोपाल। मप्र कांग्रेस मीडिया विभाग उपाध्यक्ष युवा नेत्री संगीता शर्मा (Congress Leader Sangeeta Sharma) मिसरोद पुलिस द्वारा एक दिन पहले हिरासत में ले लिया था। 1 अप्रैल की सुबह उन्हें गिरफ्तार किया था हालांकि देर शाम को उनको छोड़ दिया गया। कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष ने अब पुलिस से सवाल पूछा है कि आखिर उन्हें क्यों हिरासत में लिया गया था। संगीता शर्मा ने बताया कि सुबह 8 बजे से करीब शाम 5 बजे तक थाने में बिना किसी अपराध के बैठाया गया।
जबरन गाड़ी में बैठाया और मिसरोद थाने ले जाया गए
संगीता शर्मा ने बताया कि जब उनकी हिरासत का कारण पुलिस से जानना चाहा तो पुलिस थाने में उन्हें कुछ नहीं बताया गया। उन्होंने बताया कि वे जब सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकली तो पुलिस ने उनका पीछा किया। जानकारी मिलने तक वे अपनी बहन के घर पहुंच चुकी थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाया और मिसरोद थाने ले जाया गए।
मुझे हिरासत में लेकर थाने में बैठाया गया
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि थाने में मुझे किसी से बात नहीं करने दी गई, मेरा मोबाईल छीन लिया गया। यहां तक कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर जब प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के मेरे साथी और मीडिया के लोग मुझसे मिलने आये तो मुझे उनसे मिलने भी नहीं दिया गया। विपक्ष के लोगों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाना शर्मनाक कृत्य है संगीता शर्मा ने सवाल करते हुए पुलिस से पूछा है कि आखिर मेरे ऐसा कौन सा अपराध था, जिस कारण मुझे हिरासत में लेकर थाने में बैठाया गया।