पुडुचेरी। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि Venkaiah Naidu “जलवायु परिवर्तन भविष्य में होने वाली घटना नहीं है और हम सब पहले से ही इसका अनुभव कर रहे हैं।” यहां पांडिचेरी केंद्रीय विश्वविद्यालय में सोमवार को 2.4 मेगावॉट के सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन करते हुए नायडू ने कहा, “अगले कुछ वर्ष जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए हमारी सामूहिक कार्रवाई के लिए महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि सौर, वायु और जल जैसी हरित ऊर्जा बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए एक Venkaiah Naidu व्यवहार्य विकल्प प्रदान करती है। पुडुचेरी के दो दिवसीय दौरे पर आए नायडू ने कहा कि सौर ऊर्जा ने हाल के वर्षों में अपनी उपयोगिता साबित की है।
अन्य ऊर्जा स्रोतों की तुलना में सौर संयंत्रों और सौर ऊर्जा को प्राथमिकता देना स्वागत Venkaiah Naidu योग्य संकेत है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर सौर ऊर्जा के सकारात्मक पहलू हैं, वहीं कुछ संरचनात्मक मुद्दे भी हैं जो सौर ऊर्जा के विकास में बाधक हैं।
सबसे बड़ा मुद्दा घरेलू रूप से निर्मित सौर सेल और सौर मॉड्यूल की कमी है, जिनका अभी भी आयात किया जाता है और भारतीय कंपनियों द्वारा पैनल बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि पांडिचेरी विश्वविद्यालय जैसे विश्वविद्यालयों को Venkaiah Naidu अनुसंधान कार्य और परियोजनाएं शुरू करनी चाहिए जिनमें अक्षय ऊर्जा घटक के तौर पर शामिल हो और विद्यार्थियों को अंतिम वर्ष की परियोजनाओं और इंटर्नशिप अक्षय ऊर्जा एवं वस्तु विज्ञान के क्षेत्र में करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदराराजन, मुख्यमंत्री एन रंगासामी, Venkaiah Naidu विधानसभा अध्यक्ष आर सेल्वम, पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति गुरमीत सिंह और पुडुचेरी के विधायक इस अवसर पर उपस्थित थे।