Advertisment

खजुराहो लोकसभा सीट: सपा उम्मीदवार मैदान से बाहर, क्या VD के सामने RB प्रजापति कर पाएंगे कमाल, जानें समीकरण?

Khajuraho Lok Sabha Seat: खजुराहो लोकसभा सीट: सपा उम्मीदवार मैदान से बाहर, क्या VD के सामने RB प्रजापति कर पाएंगे कमाल, जानें समीकरण?

author-image
Preetam Manjhi
खजुराहो लोकसभा सीट: सपा उम्मीदवार मैदान से बाहर, क्या VD के सामने RB प्रजापति कर पाएंगे कमाल, जानें समीकरण?

हाइलाइट्स

  • खजुराहो लोकसभा सीट का क्या है मिजाज
  • क्या है सीट का जातीय समीकरण?
  • उम्मीदवारों का कैसा रहा राजनीतिक सफर
Advertisment

Khajuraho Lok Sabha Seat: लोकसभा चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड की खजुराहो लोकसभा सीट बेहद सुर्खियों में है। एक तरफ खजुराहो से सत्ताधारी दल BJP के प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा मैदान में हैं तो वहीं ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से खड़े आरबी प्रजापति को इंडिया गठबंधन का समर्थन मिला है। क्या वीडी शर्मा के सामने फाइट कर पाएंगे आरबी प्रजापति? आइए जानते हैं खजुराहो सीट का सियासी समीकरण….

https://twitter.com/BansalNewsMPCG/status/1782262573129150541

खजुराहो लोकसभा सीट का मिजाज

खजुराहो लोकसभा में कुल मतदाता 18 लाख 31 हजार 837 हैं। 2008 के परिसीमन के बाद तीनों चुनाव बीजेपी ने जीते हैं।

लोकसभा चुनाव 2009 में बीजेपी प्रत्याशी जितेन्द्र सिंह बुंदेला ने कड़ी टक्कर के बीच कांग्रेस के राजा पटैरिया को करीब 28 हजार वोटों से चुनाव हराया था।

Advertisment

2014 में बीजेपी प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह नागौद ने कांग्रेस के राजा पटैरिया को करीब 2 लाख 27 हजार वोटों से हराया।

लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को 8 लाख 11 हजार 135 मत मिले थे। वीडी शर्मा ने कांग्रेस की कविता सिंह नातीराजा को 4 लाख 92 हजार 382  वोटों से हराया।

इस बार खजुराहो लोकसभा सीट पर कुल 14 उम्मीदवार

Khajuraho-Lok-Sabha-Seat

खजुराहो लोकसभा सीट से सत्यव्रत चतुर्वेदी, विद्यावती चतुर्वेदी के अलावा उमाभारती और रामकृष्ण कुसमारिया सांसद रहे हैं।

Advertisment

आपको बता दें कि खजुराहो लोकसभा सीट (Khajuraho Lok Sabha Seat) पर 2019 के चुनाव में साढ़े 18 लाख में से 12.57 लाख वोट डले थे।

वीडी शर्मा ने करीब 65% वोट लेकर 4.92 लाख वोटों से जीत हासिल की थी। तब कांग्रेस पार्टी से कविता सिंह ने चुनाव लड़ा था।

इस बार इंडिया गठबंधन के समझौते में कांग्रेस ने यह सीट सपा को दे दी है, लेकिन सपा प्रत्याशी का ऐन वक्त पर नामांकन निरस्त हो गया।

Advertisment

अब ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से खड़े आरबी प्रजापति को इंडिया गठबंधन का समर्थन मिला है।

इस बार खजुराहो लोकसभा सीट पर कुल 14 उम्मीदवार हैं, लेकिन मैदान में वीडी शर्मा के अलावा किसी की ठोस मौजूदगी नहीं है।

खजुराहो लोकसभा सीट कब अस्तित्व में आई?

बता दें कि खजुराहो लोकसभा सीट 1957 में अस्तित्व में आई। छतरपुर और टीकमगढ जिले की 4-4 सीटों को मिलाकर खजुराहो सीट का गठन किया गया।

1977 में लागू परिसीमन के बाद खजुराहो सीट फिर अस्तित्व में आई। इसमें टीकमगढ, पन्ना और छतरपुर की आठ विधानसभा शामिल थीं।

खजुराहो लोकसभा सीट का जातीय समीकरण?

Khajuraho-Lok-Sabha-Seat

खजुराहो लोकसभा सीट (Khajuraho Lok Sabha Seat) के जातीय समीकरण कुछ उलझे हुए हैं। खजुराहो में बुंदेलखंड के साथ महाकौशल अंचल के इलाके आते हैं।

खजुराहो ब्राह्मण और ठाकुरों के वर्चस्व वाली सीट है। इसके अलावा पिछड़ा वर्ग में यादव और पटेल समुदाय भी निर्णायक स्थिति में हैं।

ज्यादातर इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी ब्राह्मण को ही टिकट देते आए हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मुरैना के रहने वाले हैं, लेकिन ब्राह्मण होने के नाते 2019 में खजुराहो सीट से चुनाव लड़े।

ST और SC के मतदाता भी निर्णायक

इस इलाके में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के मतदाता भी निर्णायक स्थिति में हैं।

2011 की जनगणना के मुताबिक इलाके में करीब 18 फीसदी अनुसूचित जाति और 15 फीसदी अनुसूचित जनजाति के वोटर हैं।

माना जा रहा है राजनीतिक समीकरण के चलते पिछड़ा, दलित और आदिवासी वोट अगर आरबी प्रजापति को मिलते हैं, तो बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती होगी।

आमतौर पर ये वोटर कांग्रेस की तरफ झुकाव वाले माने जाते हैं।

वीडी शर्मा का राजनीतिक सफर

Khajuraho-Lok-Sabha-Seat

राजनीति में आने के बाद कब किसके सितारे बदल जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। एक समय छात्र राजनीति में एक्टिव रहने वाले वीडी शर्मा ने संघर्ष करते हुए सफलता का लंबा सफर तय किया है।

वो दौर था साल 2005 का, जब वीडी शर्मा ने छात्र राजनीति में एक्टिव रहते एक CD डॉन मोटरसाइकिल खरीदी थी।

इसके बाद वीडी शर्मा का राजनीतिक सफर साल दर साल सफलता के शिखर पर बढ़ता ही चला गया।

सीडी डॉन मोटरसाइकिल से शुरू हुआ राजनीतिक सफर लग्जरी कारों तक आ पहुंचा है। मोटरसाइकिल के बाद वीडी शर्मा ने साल 2016 में लग्जरी कार इनोवा खरीदी।

उसके बाद 2019 में फिर एक इनोवा कार उनके वाहनों के बेड़े में शामिल हुई। करीब पचास लाख की 2023 में फार्च्युनर कार खरीदी।

आज के समय में वीडी शर्मा प्रदेश सहित देशभर में चर्चित नाम हैं और खजुराहो से सांसद हैं। इस बार फिर बीजेपी ने उनको खजुराहो से लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है।

इसके अलावा वे बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। इनके अलावा इस बार जो बार खजुराहो से प्रत्याशी हैं उनमें कुछ चेहरे ऐसे हैं जो हथियारों की भी दीवानगी रखते हैं।

वीडी शर्मा की राजनीतिक शुरूआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई। उन्हें साल 1993-94 में ग्वालियर विभाग प्रमुख बनाया गया।

इसके बाद उज्जैन में विभाग संगठन मंत्री बने। फिर मध्य भारत का प्रदेश मंत्री बनाए गए। इसके बाद 2001-2005 तक उन्होंने राष्ट्रीय मंत्री का पद संभाला।

साल 2007-2009 राष्ट्रीय महामंत्री का बने। इसके बाद उनकी एंट्री 2013 में बीजेपी के अंदर हुई। जिसके बाद 2016-2020 तक उन्हें प्रदेश महामंत्री का पद दिया गया।

साल 2019 में खजुराहो से सांसदी का टिकट दिया गया जिसमें वे विजयी हुए। अभी वर्तमान में वीडी शर्मा बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं।

वीडी शर्मा की शिक्षा की बात करें तो 1989-1991 बी.एस.सी. (एग्रीकल्चर) की डिग्री कृषि महाविद्यालय ग्वालियर से हासिल की है। वहीं इसके बाद 1993-2009 एग्रीकल्चर और एग्रोनामी में एम.एस.सी की है।

ये  खबर भी पढ़ें:Lok Sabha Election 2024: क्या सोचती है धार-महू की जनता, कौन मारेगा बाजी?

आरबी प्रजापति का राजनीतिक सफर

Khajuraho-Lok-Sabha-Seat

बीजेपी के कद्दावर नेता और प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा को रोकने के लिए इंडिया गठबंधन ने रिटायर्ड IAS अधिकारी RB प्रजापति को समर्थन दिया है।

बता दें कि प्रजापति कमिश्नर रह चुके हैं, इनके करियर की शुरूआत छतरपुर के एक कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर में हुई थी।

आरबी प्रजापति ने खासतौर पर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में कई अहम पदों को प्रशासनिक करियर के दौरान संभाला है। प्रजापति के कई जिलों में SDM से अपर कलेक्टर तक के पद संभाले हैं।

खजुराहो लोकसभा सीट (Khajuraho Lok Sabha Seat) से इस बार होने वाले चुनाव में 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिनमें से एक प्रत्याशी है आरबी प्रजापति जो रिटायर्ड IAS भी हैं।

छतरपुर जिले के गौरिहार क्षेत्र के खड्डी गांव से ताल्लुक रखने वाले प्रजापति की कुल सकल संपत्ति भी एक करोड़ से ज्यादा है।

इस बार आरबी सिंह लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी हैं। आर्थिक रूप से संपन्न प्रजापति को हथियार रखने का भी शौक है। उनके पास एक रिवाल्वर और एक 12 बोर की बंदूक भी है।

ये  खबर भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: अब मणिपुर के 11 बूथों पर फिर से होंगे मतदान, कल होगा चुनाव, हिंसा के बाद लिया फैसला

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें