नई दिल्ली। हमारे दैनिक जीवन Vastu Tips of Water से जुड़ी हर अच्छी बुरी—आदतें जीवन पर अच्छा और बुरा प्रभाव छोड़ती हैं। इतना ही नहीं। इसमें वास्तु का भी विशेष योगदान हैं। हमारी जीवन में सफलता—असफलता को ये बहुत हद तक प्रभावित करती हैं। क्या आप जानते हैं आपके घर में बहने वाले पानी की दिशा अगर सही नहीं होगी तो ये आपकी सत्यानाशी का कारण बन सकता है। चलिए जानते हैं वास्तु के अनुसार क्या सही होना चाहिए।
इस दिशा में रखा पानी कराता है नुकसान
वास्तु शास्त्र में पश्चिम दिशा में रखा गंदा पानी आपकी किस्मत भी बिगाड़ सकता है। यदि आपके घर में अशुद्ध पानी जैसे नहाने का, सीवर का, रसोई घर में बर्तन धोने का गंदा पानी पश्चिम दिशा रखेंगे तो हो सकता है आपका प्रतिकूल परिणाम झेलने पड़ें। ध्यान रखें जहां तक संभव हो खराब पानी आपके घर में दक्षिण दिशा की ओर बहे।
घर के पास न हो नाला
अपने सपनों का आशियाना बनवाते समय ध्यान रखें कि घर से सटा हुआ कोई भी नदी, नाला न हो। ऐसा करना वास्तु दोष का करण बन सकता है। ऐसा करना घर के सदस्य को बीमार बना सकता है। तरक्की रुककर अन्य तरह की परेशानियां घेर सकती हैं।
इस दिशा का बहाव लाता है सभी परेशानियां
वास्तु विशेषज्ञों की मानें तो पानी के निकलने की सही दिशा उत्तर मानी गई है। जिन घरों में पानी के ढाल दक्षिण, पश्चिम या नैऋत्य कोण की ओर है। उस घर के सदस्य कभी भी सुखी नहीं रह पाते। वहां परिवार के सदस्यों को आर्थिक, मानसिक, शारीरिक, विवाद आदि संबंधी समस्याएं बनी रहती हैं।
बरसात का पानी निकले इस दिशा से
बारिश के पानी के निकासी की सही दिशा उत्तर होती है। ऐसा होना आपके घर में धन की वृद्धि कराता है। ध्यान रखें कि इस कोण से पानी निकलने पर यह आपके पड़ोसी की तरफ नहीं जाना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो आपके पड़ोसियों से संबंध खराब हो सकते हैं।
नहीं टपकना चाहिए नल
घर में कहीं का भी नल टपकना बहुत ही अशुभ होता है। वास्तु में इसे गंभीर दोष मानते हैं। इससे नकारात्मक ऊर्जा अधिक प्रभावी हो जाती हैं। इससे धन का अपव्यय होता है।
नोट — इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है। इस पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह लें।