Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर काशी विश्वनाथ धाम में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इस बार करीब 25 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। प्रशासन ने दर्शन के लिए व्यापक तैयारियां की हैं, लेकिन श्रद्धालुओं को कुछ विशेष निर्देशों का पालन करना होगा।
इस बार VIP और स्पर्श दर्शन की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। सभी श्रद्धालुओं को समान रूप से 4 किलोमीटर पैदल चलकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने होंगे। प्रशासन ने यह निर्णय भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है। 26 और 27 फरवरी को VIP दर्शन पर रोक लगा दी गई है।
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काशी विश्वनाथ मंदिर में एंट्री और एग्जिट की व्यवस्था-
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एंट्री और एग्जिट की विशेष व्यवस्था की है।
एंट्री पॉइंट
- लाला भैरव प्रवेश द्वार- यह मुख्य प्रवेश द्वार है, जहां से श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकते हैं।
- ज्ञानवापी प्रवेश द्वार- यह द्वार भी श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा, लेकिन भीड़ प्रबंधन के लिए इसे नियंत्रित किया जाएगा।
- मंदाकिनी प्रवेश द्वार-यह द्वार विशेष रूप से महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुविधाजनक बनाया गया है।
एग्जिट पॉइंट
- मुख्य निकास द्वार- यह द्वार मंदिर परिसर से बाहर निकलने के लिए प्राथमिक रास्ता है।
- सहायक निकास द्वार- भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई सहायक निकास द्वार भी बनाए गए हैं
विशेष व्यवस्थाएं
- कतार प्रबंधन- श्रद्धालुओं को लाइन में लगाने के लिए बैरिकेड्स और रेलिंग की व्यवस्था की गई है।
- सुरक्षा जांच- प्रवेश से पहले सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा जांच की जाएगी।
- पैदल मार्ग- श्रद्धालुओं को निर्धारित पैदल मार्ग से ही मंदिर तक पहुंचना होगा।
- व्हीलचेयर और वरिष्ठ नागरिक सुविधा- वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं।
- प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित दर्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की है। यह पावन अवसर सभी के लिए आनंददायक और आध्यात्मिक अनुभव बने, इसके लिए सभी से सहयोग की अपेक्षा की जाती है।