रिपोर्ट, अभिषेक सिंह
हाइलाइट्स
- वाराणसी गैंगरेप मामले में पुलिस ने तोड़ी चुप्पी।
- डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में SIT का हुआ गठन।
- एक महीने में दाखिल करनी होगी चार्जशीट।
Varanasi Gang Rape Case: वाराणसी में ग्रैजुएशन की छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले में आखिरकार पुलिस ने चुप्पी तोड़ दी है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने जानकारी दी है कि मामले की तय तक जाने के लिए डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में SIT का गठन हुआ है। ये SIT टीम एक महीने में रिपोर्ट पेश करेगी।
क्या था मामला?
दरअसल, बीते 29 मार्च को 23 लड़कों ने मिलकर एक स्नातक की छात्रा का अपहरण कर अगले 7 दिनों तक गैंगरेप किया था। आरोपियों ने पीड़िता को बदहवास हालत में सड़क पर फेंक दिया था। जिसके बाद लड़की ने जैसे-तैसे घर पहुंचकर अपने परिवार से आपबीती सुनाई। परिवारजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था।
पीएम मोदी ने ली थी मामले की जानकारी
इसके बाद पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। हालांकि अन्य की तलाश अभी भी जारी है। इससे पहले पीएम मोदी वाराणसी पहुंचे थे जहां उन्होंने सबसे पहले सामूहिक दुष्कर्म को लेकर अपडेट लिया था और फौरन कार्रवाई करने की बात कही थी। पीएम मोदी की नाराजगी के बाद उन्हें वाराणसी से DGP ऑफिस, लखनऊ अटैच कर दिया था।
घटना के बाद पहली बार पुलिस आई मीडिया के सामने
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल पहली बार कैमरे के सामने आए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने भी इस घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है, जिसके बाद उन्होंने स्वयं मामले की तह तक जाने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 23 आरोपियों में से 14 को गिरफ्तार कर लिया गया है। बचे 10 अज्ञात आरोपियों की भी पहचान कर ली गई है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस हाईप्रोफाइल मामले में पुलिस जल्द ही चार्जशीट दाखिल करेगी और गिरफ्तार सभी आरोपियों के ब्लड, सीमन और बाल के नमूने मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिए गए हैं।
जांच के लिए SIT टीम का गठन
डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में गठित एसआईटी एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। इस एसआईटी में एक महिला आईपीएस अधिकारी, एक एसीपी रैंक का अधिकारी और एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल होंगे। पुलिस आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी तभी होगी जब जांच में उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत मिलेगा।
परिजनों ने रेप के आरोप को झूठा बताया
उधर, गिरफ्तार आरोपियों के परिजनों ने भी पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में उन्होंने रेप के आरोप को झूठा बताया है और पीड़िता द्वारा लगाए गए बंधक बनाने और धन उगाही के आरोपों को भी निराधार बताया है। परिजनों ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट भी पुलिस को सौंपे हैं।
पुलिस आयुक्त की जनता से अपील
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष जांच करेगी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने जनता से भी सहयोग की अपील की है ताकि बाकी आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
Varanasi Gang Rape: वाराणसी गैंप रेप में बड़ा एक्शन, PM मोदी की नाराजगी के बाद हटाए गए जोन DCP चंद्रकांत मीना
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सामूहिक दुष्कर्म मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। DCP चंद्रकांत मीना हेडक्वार्टर अटैच कर दिया गया है। पीएम मोदी ने वाराणसी पहुंचते ही सबसे पहले सामूहिक दुष्कर्म को लेकर अपडेट लिया था और फौरन कार्रवाई करने की बात कही थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें