नई दिल्ली। Vaginal Pain: वैसे तो सेक्स (Sex) शरीर को शारीरिक और मानसिक रूप से रिलेक्स देने वाली प्रक्रिया होती है लेकिन कभी-कभी ये प्रोसेस आराम देने की बजाए तकलीफ का कारण बन जाती है। जिसकी वजह है, सेक्स के दौरान होने वाला वेजाइनल पेन(Vaginal Pain)। जी हां यदि आप भी इसी सवाल का जबाव ढूंढ रहे हैं कि सेक्स के दौरान वेजाइनल पेन क्यों होता है, तो आपको बता दें इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिन्हें नजर अंदाज करना आपको भारी पड़ सकता है।
तो चलिए बिना देरी करे चिकित्सक से जानते हैं कि इस समस्या के क्या कारण और बचाव हो सकते हैं। सेक्स के दौरान वेजाइनल पेन (Vaginal Pain) के कई कारण हो सकते हैं। यदि इन्हें शुरुआत में नजरअंदाज कर दिया जाए तो धीरे-धीरे समय के साथ परेशानी बढ़ सकती है।
सेक्स के दौरान दर्द महसूस होने के कुछ सामान्य कारण
यीस्ट और बैक्टीरियल इन्फेक्शन
वेजाइनल इन्फ्लेमेशन का कारण वेजाइनल यीस्ट इनफेक्शन और यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन हो सकता है। जिसे वेजिनाइटिस भी कहा जाता है। आपको बता दें नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि सूजन की वजह से सेक्स के दौरान फ्रिक्शन होने पर पेट के निचले हिस्से में दर्द और जलन होती है। इसके अलावा यदि आपके पार्टनर को भी ईस्ट इंफेक्शन या यूटीआई है, तो भी मीटिंग के दौरान काफी दर्द महसूस होता है।
विशेषज्ञों की मानें तो जब यीस्ट इंफेक्शन होता है तो इस कारण भी सेक्स के दौरान दर्द होने के साथ-साथ वेजाइना में इचिंग होती है। इतना ही नहीं इस दौरान गाढ़े रंग का वाइट डिस्चार्ज होता है। साथ ही पेशाब करते वक्त जलन महसूस होता है। इसलिए यदि आपको भी इसी तरह का कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो बिना देरी करे फौरन डॉक्टर से संपर्क करें।
वेजाइनल ड्राइनेस
जब महिला (Womens) के शरीर में वेजाइनल ड्रायनेस आती है तो पेनिट्रेटिव सेक्स के दौरान दर्द महसूस होता है। आपको बता दें जब प्राकृतिक रूप से लुब्रिकेंट प्रोड्यूस नहीं हो पाता तो वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या शुरू हो जाती है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार वेजाइनल ड्राइनेस के कई कारण होते हैं। जिसमें मेनोपॉज, ब्रेस्टफीडिंग और प्रेगनेंसी में हुए हार्मोनल बदलाव मुख्य हैं।
इस स्थित में डॉक्टर्स लुब्रिकेंट्स का उपयोग करने की सलाह देते हैं। आपको बता दें एस्ट्रोजन के गिरते स्तर के कारण भी वेजाइनल ड्राइनेस और इन्फ्लेमेशन होता है। यदि आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ाने के लिए सलाह लें।
क्या होता है एंडोमेट्रियोसिस – Endometriosis kya hota hai
चिकित्सकों के अनुसार एंडोमेट्रियोसिस वह स्थिति होती है जब एंडोमेट्रियम ऊतक गर्भाशय यानि यूट्रस के बाहर बढ़ जाता है, जिसके कारण ओवरी, ब्लैडर, सर्विक्स, फैलोपियन ट्यूब के आसपास सूजन हो जाता है। इस स्थिति में पेनिट्रेटिव सेक्स के दौरान वेजाइना के अंदर काफी तेज चुभन और दर्द का अनुभव होता है।
यदि आप भी बार-बार पेनिट्रेटिव सेक्स के दौरान दर्द महसूस कर रहे हैं। साथ ही आपको पीरियड्स में भी असहनीय दर्द और इर्रेगुलर ब्लीडिंग की समस्या के साथ—साथ पाचन संबंधी समस्याएं अक्सर परेशान कर रही हैं तो ये सभी एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण हो सकते हैं। इस स्थिति में डॉक्टर से मिलें और बिना देरी करे अपना इलाज करवाएं।
क्या है टिल्टेड यूट्रस – Tilted Uterus kya hota hai
टिल्टेड यूट्रस वह स्थिति होती है जब महिला के शरीर के अंदर यूट्रस आगे की ओर झुका न होकर पीछे की ओर झुका होता है। इस कंडीशन में पेनिट्रेटिव सेक्स के दौरान काफी अधिक दर्द होता है। यूट्रस रेट्रोवर्टेड होने पर यूट्रस पीछे की ओर झुक जाता है। जिससे वह वेजाइनल केनाल सर्विक्स के काफी नजदीक आ जाने के कारण सेक्स के दौरान सर्विक्स प्रभावित होता है।
एलर्जिक रिएक्शन
कई बार महिलाओं (Women) को कंडोम से एलर्जी होती है। इस कंडीशन में भी वेजाइना में खुजली, जलन और दर्द का अनुभव होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। जिसके कारण सेक्स के दौरान दर्द का अनुभव होता है। इस कंडीशन में कोशिश करें कि जहां तक संभव हो केमिकल युक्त लुब्रिकेंट से बचते हुए नेचुरल मटेरियल से बने कंडोम का उपयोग किया जाए। वहीं इंटिमेट एरिया को साफ करने के लिए केमिकल युक्त साबुन और अन्य फेमिनिन प्रोडक्ट्स का उपयोग करने से बचें।
क्या होते हैं लुब्रिकेंट्स
लुब्रिकेंट्स प्राकृतिक तरल पदार्थ जैसा होता है जो इंटरकोर्स के दौरान योनि में बनता है। लुब्रिकेंट्स के न बनने व कम मात्रा में बनने के कारण सेक्स में परेशानी आती है। जिससे कारण दर्द की स्थिति उत्पन्न होती है। लुब्रिकेंट्स के न बनने का कारण तनाव व परेशानी हो सकती है।
साथ ही आपको बता दें शरीर में यदि एस्ट्रोजन हार्मोन कम होने लगता है। तब महिलाओं के योनि उत्तक में बदलाव आने लगता है और योनि उत्तक पतले हो जाते हैं। जिसके बाद प्राकृतिक लुब्रिकेंट्स की मात्रा भी कम होने लगती है।
यौन दर्द का उपचार | Sexual Pain Treatment
हल्के गर्म पानी की सिकाई
यौन सम्बन्ध के बाद दर्द को ठीक करने के लिए गर्म पानी से नहाना और सिकाई करने से यौन दर्द बिना दवाई के भी ठीक हो जाता है। हल्के गर्म पानी से नहाने पर आराम मिलता है और यौन संबंध कें दौरान और यौन संबंध के बाद जिन हिस्सों में दर्द हो रहा है वहां हल्के गर्म पानी की सिकाई करने से आराम मिलता है।
डिसेंसिटाइजेशन थैरेपी
डिसेंसिटाइजेशन थैरेपी के उपचार में महिलाओं को कुछ गतिविधि की सलाह दी जाएगी और गतिविधि सिखाई जाएगी जिससे महिला की योनि में आराम मिलने लगेगा। यौन संबंध के दौरान दर्द होने पर डॉक्टर द्वारा पेल्विक फ्लोर के व्यायाम जैसे किगल गतिविधि आदि की सलाह देंगे जिससे यह दर्द कम होने लगेगा।
सेक्स थेरेपी
यदि व्यक्ति यौन संबंध के दर्द इंटीमेसी से परहेज करता है तो इंटीमेसी में सुधार लाने के लिए सेक्स थेरेपिस्ट की सलाह लेना जरूरी है यह इन सभी परेशानियों को दूर करने में मदद करते है।
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