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Corona Vaccination in Madhya Pradesh: देश में दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण अभियान 16 जनवरी यानि कल से शुरू होने जा रहा है। मध्य प्रदेश में भी कल से वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। पहले डोज में प्रदेश में 4.16 लाख में से 2 लाख 8 हजार फ्रंट लाइन वर्कर्स को ही टीका लगाया जाएगा।
राजधानी भोपाल की बात की जाए तो जेपी हॉस्पिटल के सुरक्षाकर्मी हरिदेव को कोरोना का पहला टीका लगाया जाएगा। हरिदेव से कल पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात भी करेंगे। भोपाल में 12 सेंटर पर वैक्सीन लगेगी। 1200 लोगों को टीके के लिए आज मैसेज आएगा।
स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बताया, 150 साइट जो तय की गई हैं जहां वैक्सीनेशन किया जाएगा। टीके से पहले पूरा चेकअप होगा, रजिस्ट्रेशन होगा। मेडिकल ऑफिसर, एंबुलेंस रहेंगी। 13 फरवरी तक हेल्थ केयर वर्कर को वैक्सीनेट किया जाएगा। दूसरा डोज 28 दिन बाद लगाया जाएगा। 42 दिन के बाद वैक्सीन काम करेगी।
150 साइट जो तय की गई हैं वहां वैक्सीनेशन किया जाएगा। टीके से पहले पूरा चेकअप होगा, रजिस्ट्रेशन होगा। मेडिकल ऑफिसर, एंबुलेंस रहेंगी। 13 फरवरी तक हेल्थ केयर वर्कर को वैक्सीनेट करेंगे। दूसरा डोज 28 दिन बाद लगाएंगे। 42 दिन के बाद ही वैक्सीन काम करेगी : मंत्री श्री @DrPRChoudhary pic.twitter.com/oVZuyGch0O
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पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों, दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स और तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। बता दें कि, पहली बार के लिए मध्य प्रदेश में वैक्सीन के 5.6 लाख डोज भेजे गए हैं। इसमें से भोपाल डिवीजन को 94 हजार डोज मिले हैं।
स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता 3608 राज्य और केन्द्रीय मंत्रालयों के स्वास्थ्य संस्थानों और संबद्ध आउटरीच क्षेत्र तथा 7780 निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं।3/3
— Public Health & Medical Education Department, MP (@healthminmp) January 13, 2021
कोविड-19 टीकाकरण 16 जनवरी को सुबह 9 बजे शुरू होगा। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया है, राज्य में पहले चरण में पहले 15 दिन के लिये 150 साइट चयनित की गई हैं। एक सत्र में प्रत्येक साइट पर 100 लाभार्थी होंगे। सप्ताह में 4 दिन सत्र संचालित होगा। कोविड-19 टीकाकरण से टीकाकरण के अन्य कार्यक्रम प्रभावित न हों, इसके लिये सप्ताह में 4 दिन का कार्यक्रम रखा गया है।
16 जनवरी से प्रारंभ होगा टीकाकरण महाभियान
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शासकीय के साथ निजी अस्पतालों को भी वैक्सीन लगाने किया गया चिन्हित@ChouhanShivraj @VishvasSarang@healthminmp #COVID19Vaccination #Unite2FightCorona #JansamparkMP pic.twitter.com/ooCedUgyR3— Jansampark MP (@JansamparkMP) January 15, 2021
इतने चरणों में होगा टीकाकरण-
कोविड-19 के टीकाकरण कार्यक्रम में प्रथम चरण में पहली खुराक देने के लिये पहले सप्ताह में 16 से 22 जनवरी के बीच 150 चिन्हित साइट पर उच्च शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं (डीएच, सीएच, सीएचसी) से जुड़े 57 हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण होगा।
दूसरे सप्ताह 23 से 30 जनवरी तक 50 हजार 715 केन्द्रीय स्वास्थ्य सेवा प्रदाता और निजी हेल्थ केयर वर्कर्स का चिन्हित 172 साइट पर टीकाकरण होगा। तीसरे सप्ताह 31 जनवरी से 6 फरवरी तक शेष रहे 55 हजार शासकीय और निजी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का कुल 200 चिन्हित सेशन साइट पर टीकाकरण होगा।
चौथे सप्ताह में 7 से 13 फरवरी तक बाकी स्वास्थ्य कर्मियों को कवर करने के लिये मॉपअप गतिविधि संचालित होगी। इसमें कुल 200 साइट पर 55 हजार हेल्थ केयर वर्कर्स का टीकाकरण करने का लक्ष्य प्रस्तावित है।
MP को वैक्सीनेशन के 5 लाख 6 हजार 500 डोज प्राप्त हुए हैं। इंदौर में 1 लाख 52 हजार डोज, जबलपुर में 1 लाख 51 हजार, भोपाल में 94 हजार, ग्वालियर में 1 लाख 9 हजार डोज पहुंचाया गया है।
मध्यप्रदेश अब कोरोना की लड़ाई के लिए तैयार है –
मध्यप्रदेश में 4.50 लाख लोगों को लगाया जाएगा टीका
प्रदेश में 302 स्थानों पर बना है वैक्सीनेशन सेंटर
प्रतिदिन हर स्थान में 100 लोगों का होगा टीकाकरण
प्रथम चरण में हैल्थ वर्कर्स को लगाया जाएगा टीका#CoronaVaccine#Unite2FightCorona pic.twitter.com/pqHtHjLd3f— विश्वास कैलाश सारंग (@VishvasSarang) January 13, 2021
टीकाकरण के लिये गठित टीम के सदस्यों की भूमिका-
-पहला टीकाकरण अधिकारी प्रवेश द्वार पर लाभार्थी के पंजीकरण की जांच, फोटो आईडी सत्यापन और वैक्सीन प्रोटोकॉल सुनिश्चित करेगा।
-दूसरा टीकाकरण अधिकारी कोविन सिस्टम में दस्तावेज को प्रमाणित कर सत्यापित करेगा। इसके बाद वैक्सीनेटर लाभार्थी को टीका लगायेगा और एईएफआई का प्रबंधन करेगा, यदि कोई रिपोर्ट हो तो। इसके साथ ही कोविन सिस्टम में रिपोर्टिंग करेगा।
-तीसरा और चौथा टीकाकरण अधिकारी टीकाकरण के बाद 30 मिनट के वेटिंग टाइम को सुनिश्चित करवायेगा। किसी भी AEFI लक्षणों के लिये निगरानी करेगा और लाभार्थियों को जरूरी संदेश देगा।
टीकाकरण के दौरान प्रत्येक चिन्हित सेशन स्थान पर एक एम्बुलेंस उपलब्ध रहेगी और मेडिकल ऑफिसर, स्टाफ नर्स केस मैनेजमेंट के लिये एम्बुलेंस में रहेंगे। राज्य-स्तर पर बनाये गये कंट्रोल रूम का नंबर 1075 है, जिस पर संपर्क कर किसी भी प्रकार की शिकायत का निवारण कराया जा सकता है।
जिला-स्तर पर जिला कंट्रोल रूम का नंबर 104 है, जो किसी भी प्रकार की शिकायत का निराकरण करेगा। राज्य और जिला-स्तर पर कंट्रोल रूम में अभियान के दौरान शिकायत का समाधान करने के लिये वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।