भोपाल। प्रदेश समेत पूरे देश में आज बच्चों को कोरोना टीका लगाने का काम शुरू हो गया है। इसी कड़ी में मद्यप्रदेश में भी सीएम शिवराज ने राजधानी के सुभाष स्कूल पहुंचकर टीकाकरण अभियान की शुरूआत की। सीएम ने सभी बच्चों से वैक्सीन लगवाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 8 हजार से ज्यादा वैक्सीन सेंटर्स पर टीकाकरण का काम चल रहा है। इसके साथ ही सीएम ने प्रदेश के लोगों से हाथ जोड़कर मास्क लगाने का निवेदन भी किया उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर के प्रति प्रदेश के लोगों को चेताया भी है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में लगातार बढ़ रहे संक्रमितों के आंकड़ों को देखते हुए ये तीसरी लहर की आहट है,इससे डरना नहीं है,लड़ना है।
15 लाख बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य
मध्यप्रदेश में आज से 15-18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया जा रहा है, वहीं इस अभियान का शुभारंभ आज सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया, बता दें कि प्रदेश में पहले दिन कुल 15 लाख बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं वैक्सीनेशन सेंटर पर भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा रखी गई है। इसके साथ ही आज ग्वालियर में भी बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू होगा, यहां 120 स्कूलों में 15-18 वर्ष के बच्चों को कोरोना का टीका लगेगा। वहीं इस वैक्सीनेशन में ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा दी जा रही है।
मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि टीका लगवाइये और मास्क लगाना अपने जीवन की आदत बना लीजिये।
जब तक #COVID19 है, तब तक इस आदत को बनाये रखिये: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj #MPFightsCorona pic.twitter.com/IFupq0vDVU
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) January 3, 2022
देशभर में लगेगी वैक्सीन
प्रदेश समेत पूरे देशभर में आज 15-18 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। बता दें कि कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंकाओं और वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के देश में बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिनों पहले घोषणा की है कि आज यानी 3 जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के बीच के किशोरों के लिये टीकाकरण अभियान आरंभ किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि 10 जनवरी से स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों को चिकित्सकों की सलाह पर एहतियात के तौर पर टीकों की खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी। हालांकि उन्होंने ‘‘बूस्टर डोज’’ का जिक्र न करते हुए, इसे ‘‘प्रीकॉशन डोज’’ (एहतियाती खुराक) का नाम दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि नाक के जरिए दिए जाने वाले टीके और कोविड के खिलाफ दुनिया का पहला डीएनए आधारित टीका जल्द ही भारत में शुरू होगा।