उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम के कपाट आज विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। आज सुबह 6 बजे, पुजारियों ने वैदिक श्लोकों और पुष्पांजलि से भगवान बद्रीविशाल का स्वागत किया। इस मौके पर मंदिर को 40 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।
शनिवार को भगवान बद्रीविशाल की पालकी, आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी और अन्य प्रमुख उत्सव डोलियाँ धाम पहुंची। बद्रीनाथ के रावल (मुख्य पुजारी) भी धाम पहुंच चुके हैं। इस अवसर पर सेना के बैंड की मधुर धुनों और श्रद्धालुओं के जय बद्री विशाल के उद्घोष के बीच कपाट खोले गए।
इससे पहले 30 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुले थे और 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट भी खोल दिए गए थे। चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है, और यह यात्रा अगले छह महीने तक जारी रहेगी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस मौके पर पूजा-अर्चना की और सभी श्रद्धालुओं के लिए यात्रा की सुख-शांति की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा में किसी भी तरह की कठिनाई न हो, इसके लिए सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की जा रही है।
तो चलिए, आज से बद्रीनाथ धाम की यात्रा शुरू हो चुकी है और हर श्रद्धालु के लिए दरवाजे खुले हैं।