लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पहले ‘बीमारू’ राज्य के तौर पर जाना जाने वाला उत्तर प्रदेश अब सुशासन के लिए पहचाना जाता है। खराब आर्थिक प्रदर्शन वाले राज्यों को ‘बीमारू’ कहा जाता है। ‘बीमारू’ शब्द भारत के चार राज्यों बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अंग्रेजी नाम के पहले अक्षर से गढ़ा गया शब्द है। मोदी ने ‘उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023’ का उद्घाटन करने के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश आज एक उम्मीद बन चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत अगर आज दुनिया के लिए उज्ज्वल बिन्दु है तो उत्तर प्रदेश भारत के विकास को गति देने वाला है।’’ उन्होंने कहा कि ‘श्री अन्न’ के नाम से जाने जाने वाले भारत के मोटे अनाज को देशभर में प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उन्होंने मोटे अनाज के लाभों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश को ‘बीमारू’ राज्य के रूप में जाना जाता था लेकिन अब इसकी पहचान बेहतर कानून व्यवस्था, शांति और स्थिरता के लिए है । मोदी ने कहा कि आज भारत के युवा की सोच में, भारत के समाज की सोच और आकाक्षांओं में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत का हर नागरिक ज्यादा से ज्यादा विकास होते देखना चाहता है।’’ इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023 का उद्घाटन किया।
उन्होंने ‘ग्लोबल ट्रेड शो’ और ‘इन्वेस्ट यूपी 2.0’ की भी शुरुआत की। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्य की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे । सरकारी बयान के मुताबिक यह शिखर सम्मेलन 12 फरवरी 2023 तक चलेगा। यह राज्य सरकार का प्रमुख निवेशक शिखर सम्मेलन है। यह सम्मेलन सामूहिक रूप से व्यापार के अवसरों का पता लगाने और साझेदारी बनाने पर विचार के वास्ते नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों, शिक्षाविदों, थिंक-टैंक और दुनिया भर के नेताओं को एक मंच प्रदान करेगा।