Advertisment

UP Rain Water Harvesting: 100 वर्ग मीटर से बड़े भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग होगी अनिवार्य, सीएम योगी का आदेश

UP Rain Water Harvesting: र्षा जल संचयन (Rainwater Storage) की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार ने 1,002 चेकडैम की डी-सिल्टिंग (De-silting) कराई है।

author-image
anurag dubey
UP Rain Water Harvesting: 100 वर्ग मीटर से बड़े भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग होगी अनिवार्य, सीएम योगी का आदेश

हाइलाइट्स 

  • जल संरक्षण के लिए बड़ा कदम
  • बरसात से पहले  कुम्हारों को मिट्टी निकालने की छूट
  • चेकडैम, तालाब और ब्लास्टकूप से सिचाई क्षमता बढ़ी
Advertisment

UP Rain Water Harvesting: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने घटते भूजल स्तर (Ground Water Level) को देखते हुए बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने निर्देश दिया है कि 100 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले सभी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग (Rain Water Harvesting) प्रणाली अनिवार्य रूप से लागू की जाए। यह नियम शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लागू होगा। साथ ही, तालाबों की सफाई, चेकडैम और ब्लास्टकूप (Blast Coope) निर्माण के जरिए वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने पर भी बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि 100 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले सभी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम (Rain Water Harvesting System) अनिवार्य किया जाए। यह व्यवस्था शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों में लागू होगी। सीएम योगी ने इसे "जनभागीदारी से जल संरक्षण" की दिशा में एक निर्णायक कदम बताया।

बरसात से पहले कुम्हारों को तालाब से मिट्टी निकालने की छूट

सीएम योगी ने कहा कि हर वर्ष 1 अप्रैल से 15 जून तक कुम्हारों (Potters) को तालाबों से मुफ्त मिट्टी निकालने की अनुमति दी जाएगी। इससे एक ओर कुम्हारों को आजीविका (Livelihood) में मदद मिलेगी, वहीं तालाब वर्षा जल संचयन (Rainwater Collection) के लिए तैयार हो सकेंगे। सीएम ने बताया कि अब तक 6,448 चेकडैम (Check Dams) बनाए जा चुके हैं, जिनसे 1,28,960 हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचाई क्षमता (Irrigation Capacity) बनी है। इसके अलावा, हर साल लगभग 10 हजार हेक्टेयर मीटर से अधिक भूजल रिचार्ज (Groundwater Recharge) हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि 2017 से 2025 के बीच 6192 ब्लास्टकूप (Blast Coopes) के माध्यम से 18,576 हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता सृजित हुई है।

यह भी पढ़ें: Male Breast Cancer: महिलाओं तक सीमित नहीं ब्रेस्ट कैंसर, पुरुष भी हो सकते हैं शिकार , जानिए लक्षण और बचाव के तरीके

Advertisment

डी-सिल्टिंग और तालाबों का पुनर्विकास

वर्षा जल संचयन (Rainwater Storage) की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार ने 1,002 चेकडैम की डी-सिल्टिंग (De-silting) कराई है। प्रदेश के 16,610 तालाबों (Ponds) में से 1,343 का पुनर्विकास और जीर्णोद्धार किया गया है। सीएम ने निर्देश दिया कि सभी जिलों में चेकडैम, तालाब और ब्लास्टकूप का फोटोग्राफिक डॉक्यूमेंटेशन (Photographic Documentation) किया जाए ताकि पारदर्शिता बनी रहे। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में राज्य में 82 अतिदोहित (Overexploited) और 47 क्रिटिकल (Critical) क्षेत्र थे। लगातार प्रयासों के कारण अब यह संख्या घटकर 2024 में 50 अतिदोहित और 45 क्रिटिकल क्षेत्र रह गई है। योगी ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में इन सभी क्षेत्रों को सामान्य श्रेणी (Normal Category) में लाने का लक्ष्य है।

Farrukhabad Blast: फर्रुखाबाद में कोचिंग सेंटर में धमाका, एक की मौत और पांच घायल, जांच में जुटी पुलिस 

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फर्रुखाबाद (Farrukhabad) जिले में शनिवार को एक बड़ा हादसा हुआ। थाना कादरीगेट (Kadri Gate) क्षेत्र के सातनपुर मंडी रोड (Satanpur Mandi Road) स्थित एक कोचिंग सेंटर (Coaching Center) में अचानक जोरदार विस्फोट (Blast) हो गया। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि इलाके में अफरा-तफरी मच गई। धमाके से भवन की छत और दीवारें उड़ गईं। आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे भी चटक गए। घटना के बाद इलाके में लोगों में दहशत फैल गई और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Advertisment
सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) रेन वाटर हार्वेस्टिंग (Rain Water Harvesting) उत्तर प्रदेश जल संरक्षण (Uttar Pradesh Water Conservation) भूजल स्तर (Ground Water Level) चेकडैम और तालाब (Check Dams and Ponds) ब्लास्टकूप (Blast Coopes) नमामि गंगे योजना (Namami Gange Project)
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें