UP Bhediyo Ka Aatank: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दहशत का पर्याय बन चुके भेड़ियों (UP Bhediyo Ka Aatank) को पकड़ने में बड़ी सफलता मिली है। रेस्क्यू टीम ने एक आदमखोर भेड़िये को पकड़ा है। इसी भेड़िये को नदी के किनारे गन्ने के एक खेत से रेस्क्यू टीम ने पकड़ा है। यह एक नर भेड़िया है। इसे पकड़कर पिंजरे में कैद कर लिया गया है। साथ ही रेस्क्यू टीम ने इस महसी इलाके से पकड़ा है।
#WATCH | Uttar Pradesh: Bahraich Forest Department catches the wolf that killed 8 people in Bahraich.
(Video Source: Bahraich Forest Department) pic.twitter.com/qaGAkblyE4
— ANI (@ANI) August 29, 2024
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वन विभाग ने जो भेड़िया पकड़ा है, वह एक लंगड़ा भेड़िया है, लेकिन बताया जा रहा है कि सबसे ज्यागा खूंखार भेड़िया भी यही ती। 48 दिनों से इसने कई गांवों में आतंक मचा रखा था। इन भेड़ियों की दहशत से 30 से 35 गांव में खौफ था। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि जिस पांच साल के बच्चे को भेड़िया खींचकर ले कर गया था, वह यही भेड़िया था।
चार भेड़ियों का था झुंड, 25 टीमें पकड़ने में लगीं
वन विभाग की टीम जिन भेड़ियों को पकड़ने के लिए जुटी हुई थी, उसका कहना है कि यह एक लंगड़ा भेड़िया जंगल में अपना नेचुरल शिकार नहीं कर पा रहा था, जिसके बाद उसने अपने शिकार का चेन तोड़ते हुए गांवों की तरफ जाना शुरू किया और बच्चों को निशाना बनाया। यह भी बताया जा रहा है कि यह चौथा भेड़िया है, जिसे पकड़ा गया है। वन विभाग की टीम के अनुसार यह एक चार भेड़ियों को झुंड था, जो कि 8 बच्चों समेत 9 लोगों को अपना शिकार बना चुके थे।
#WATCH | Bahraich, Uttar Pradesh | The wolf that killed 8 people has been captured and is now being taken to a rescue shelter of the Forest Department pic.twitter.com/AjTCN6KGsg
— ANI (@ANI) August 29, 2024
वहीं वन विभाग का कहना है कि इलाके में छह भेड़ियों का एक झुंड है जो कि बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं। अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है, जबकि दो भेड़ियों की तलाश की जा रही है। बता दें कि इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की 25 टीमें लगी हुई हैं।
वन राज्य मंत्री ने किया बहराइच का दौरा
आदमखोर भेड़ियों के हमलों से ग्रामीणों को बचाने की कवायद के बीच उत्तर प्रदेश के वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण सक्सेना ने बीते दिन बुधवार को पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और बचाव अभियान के विषय में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। सिसैया चूड़ामणि में मजरा कोलैला गांव में पहुंचे वन मंत्री ने कहा कि भेड़ियों से जनता को बचाने के लिए कई विभागों को लगाया जा चुका है।
समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाएगा, लेकिन तब तक हमने लोगों से लाठी-डंडे लेकर घरों में दरवाजे बंद करके सोने को कहा है। जिन घरों में शौचालय या दरवाजे नहीं हैं उनके लिए सरकार की तरफ से इंतजाम किया जा रहा है।