Advertisment

Early Retirement Plan: अपने सपनों की जिंदगी के लिए आप भी जल्दी होना चाहते हैं रिटायर ? जानें यह कैसे है संभव !

FIRE मूल रूप से एक पश्चिमी अवधारणा है, जो अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया जैसे विकसित देशों में काफी प्रचलित है। FIRE शब्द के असल मायने हैं Financial Independence Retire Early यानी आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करके जल्दी सेवानिवृत्ति लेना। यदि आप भी नौकरी या बिजनस करने की एक निश्चित अवधि के बाद अपने सपनों का जीवन जीने के लिए जल्दी यानी अर्ली रिटारयमेंट लेना चाहते हैं तो यह कब और कैसे संभव है इस बारे में बंसल न्यूज डिजिटल की टीम ने मैनेजमेंट एक्सपर्ट सिद्धार्थ शर्मा से जानकारी हासिल की।

author-image
Rahul Garhwal
Early Retirement Plan Financial Independence Retire Early FIRE movement Passive income idea

FIRE... भारत में एक ऐसा शब्द जो हर कॉरपोरेट कर्मचारी ने कभी-न-कभी अवश्य सुना होगा। यह शब्द भारत में अक्सर सिहरन पैदा करता है, क्योंकि आमतौर पर इसे 'निकाल दिया जाना/नौकरी समाप्त होना/सेवा समाप्ति' जैसे नकारात्मक अर्थों में समझा जाता है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय समाचारों और वैश्विक कॉन्सेप्ट को फॉलो करने वाले कई कॉरपोरेट प्रोफेशनलों ने हाल ही में इस शब्द का एक नया और बिल्कुल अलग अर्थ जाना है।

Advertisment

जल्दी रिटायरमेंट

Fire Early Retirement
FIRE

FIRE मूल रूप से एक पश्चिमी अवधारणा है, जो अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया जैसे विकसित देशों में काफी प्रचलित है। FIRE का पूरा रूप है: Financial Independence Retire Early अर्थात - आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करके जल्दी सेवानिवृत्ति लेना। यह कॉन्सेप्ट आज भारत के युवाओं और 30-40 वर्ष के कॉरपोरेट कर्मचारियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। बहुत से भारतीय कॉरपोरेट कर्मचारी, यहां तक कि सरकारी क्षेत्र के कर्मचारी भी, इस FIRE कॉन्सेप्ट को अपनाना चाहते हैं और इसे पूरी गंभीरता और ऊर्जा के साथ अपने जीवन में लागू करना चाहते हैं। सार रूप में, यह प्री-रिटायरमेंट या जल्दी रिटायरमेंट की अवधारणा है।

कामकाजी व्यक्ति को स्वर्ग जैसा अहसास

भारत में सामान्य सेवानिवृत्ति की आयु 58 वर्ष मानी जाती है, वहीं आज कई युवा 40 से 50 वर्ष के बीच ही आर्थिक स्वतंत्रता और सेवानिवृत्ति की संभावना को लेकर उत्साहित हैं। लगभग 2.5 से लेकर 3 दशकों तक निरंतर दबावों और चुनौतियों के बीच काम करने के बाद हर कोई एक स्वतंत्र, शांत और अपनी शर्तों पर चलने वाली जिंदगी की इच्छा रखता है। एक ऐसी जिंदगी, जिसमें किसी प्रकार की झंझट या बोझ न हो, परिवार के साथ समय, धूप-समुद्र-बीच की सुकूनभरी शामें, यात्रा, नए स्थानों की खोज, अपनी रुचियों और शौकों को आगे बढ़ाने के अवसर, कुल मिलाकर बाकी जीवन के लिए एक गुणवत्तापूर्ण और अर्थपूर्ण समय। निस्संदेह यह एक ऐसी भावना है, जो किसी भी कामकाजी व्यक्ति को स्वर्ग जैसा अहसास करा सकती है।

इस पहलू की सबसे नकारात्मक बात - यह कहना आसान है, करना नहीं।

इस पहलू का सबसे सकारात्मक एवं अच्छा हिस्सा - यह पूरी तरह संभव और प्राप्त करने योग्य है।

Advertisment

इस लेख में हम भारत जैसे जटिल और विविधतापूर्ण देश में इस अद्भुत, दिव्य और दिखने में 'क्रेजी' सपने को साकार करने की संभावनाओं को विस्तार से समझने का प्रयास करेंगे।

Early Retirement Plan

Early Retirement Plan Tips

तो अब इसे हासिल करने का तरीका क्या है ?

अर्ली रिटायरमेंट देखने में जितना आकर्षक लगता है, व्यवहारिक रूप से इसे प्राप्त करने के लिए उतनी ही अनुशासन, संरचना और निरंतरता की आवश्यकता होती है। इसे हासिल करने का मार्ग निम्नलिखित चरणों में समझा जा सकता है:

1. अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का वास्तविक मूल्यांकन (Financial Reality Check)

Advertisment

वर्तमान आय, खर्च, बचत और निवेश का स्पष्ट विश्लेषण करें।

आपके जीवनशैली के किस हिस्से को अनिवार्य और किस हिस्से को वैकल्पिक माना जा सकता है। इसका कठोर मूल्यांकन आवश्यक है।

कर्ज (Loans), EMIs और अन्य देनदारियों की सटीक स्थिति का आकलन करें।

2. लक्ष्य उम्र और लक्ष्य राशि को परिभाषित करें (Define Target Age & Target Corpus)

तय करें कि आप किस उम्र में रिटायर होना चाहते हैं-40, 45, 48 या 50 ?

यह भी तय करें कि आपको रिटायरमेंट के पहले दिन कितना पैसा अपने पास चाहिए।

Advertisment

ध्यान रखें - अर्ली रिटायरमेंट अक्सर आपके “वार्षिक खर्च X 20”/25” के बराबर कॉर्पस की मांग करता है (International FIRE rule adapted for India).

3. कठोर और सुसंगत बचत की रणनीति तैयार करें (Plan Aggressive Savings)

बचत अनुपात (Savings Rate) को 35% से 55% तक लाना आदर्श माना जाता है।

उच्च व्यय वाली जीवनशैली को नियंत्रित करना अनिवार्य है।

अचानक होने वाले खर्चों के लिए Emergency Fund (कम से कम 6-12 महीने का) बनाना आवश्यक है।

4. निवेश को व्यवस्थित, विविधीकृत और लक्ष्य-उन्मुख बनाना (Strategic & Long-term Investing)

केवल बचत से अर्ली रिटायरमेंट संभव नहीं; समझदार निवेश अनिवार्य है।

इक्विटी-उन्मुख निवेश (SIP, Index Funds, Flexi-cap, NPS Tier–I/II)

Debt उत्पाद (PF, EPF, PPF, Debt Mutual Funds)

नियंत्रित Real Estate exposure - इनका संतुलित मिश्रण आवश्यक है।

कंपाउंडिंग का लाभ उठाने के लिए निवेश जल्दी और निरंतर जारी रखें।

5. खर्चों का स्थायी अनुकूलन (Permanent Lifestyle Optimization)

गैर-जरूरी विलासिताओं को सीमित करना होगा।

उपभोग-आधारित जीवनशैली से मूल्य-आधारित जीवनशैली की ओर शिफ्ट करें।

'Want vs Need' का विचार हर खर्च से पहले लागू करें।

6. परिवार को वित्तीय यात्रा में शामिल करना (Family Alignment)

संपूर्ण योजना परिवार को स्पष्ट रूप से बताना बहुत महत्वपूर्ण है।

लक्ष्य, त्याग और लाभ - सभी को साझा रूप से समझाना चाहिए।

जब परिवार संगठित होता है, योजना आसान और टिकाऊ होती है।

7. आय के वैकल्पिक स्रोत विकसित करें (Build Additional Income Streams)

साइड-हसल, फ्रीलांसिंग, रेंटल इनकम, डिविडेंड इनकम

जितने अधिक स्त्रोत, उतनी जल्दी रिटायरमेंट।

एक स्थिर Secondary Income Stream अर्ली रिटायरमेंट की गति को दोगुना कर सकता है।

8. स्वास्थ्य को केंद्र में रखना (Prioritise Physical & Mental Health)

अर्ली रिटायरमेंट का आनंद तभी है, जब स्वास्थ्य उसका साथ दे।

नियमित जांच, फिटनेस रूटीन, बेहतर नींद और मानसिक संतुलन, ये भी उतने ही जरूरी हैं जितना पैसा।

9. ‘पोस्ट-रिटायरमेंट लाइफस्टाइल ब्लूप्रिंट’ बनाना (Design Your Life After Retirement)

दिनचर्या, रुचि, यात्राएं, सीखना, सामाजिक योगदान - सबका खाका पहले से तैयार करें।

उद्देश्यहीन खालीपन अर्ली रिटायरमेंट को बोझ बना सकता है; उद्देश्यपूर्ण जीवन इसे सार्थक बनाता है।

10. वर्ष दर वर्ष समीक्षा और आवश्यक बदलाव (Annual Review & Course Correction)

हर वर्ष लक्ष्य, निवेश और खर्च की समीक्षा करें।

बाजार, आय, जीवन परिस्थितियों के बदलने पर योजना में संशोधन करें।

निरंतर निगरानी ही सफलता सुनिश्चित करती है।

Thumb Rule और सबसे महत्वपूर्ण नियम - फिजूलखर्ची से बचें।

कभी भी ऐसा न हो कि आप अपनी परिवार की बुनियादी जरूरतों और आराम पर कटौती कर रहे हों। आपके परिवार को कभी भी यह महसूस नहीं होना चाहिए कि आप अपनी जिम्मेदारी कम निभा रहे हैं या उन्हें कुछ अधिक करने की सलाह देनी पड़ रही है। अगर वे कुछ सलाह दें, तो उसे बुद्धिमानी, योजनाबद्ध सोच और सावधानी के साथ अवश्य अपनाएं।

हम सभी अपने जीवन की शुरुआत कुछ सपनों के साथ करते हैं

एक अच्छा टू-व्हीलर, एक अच्छी घड़ी, ब्रांडेड कपड़े, बढ़िया जूते, अच्छी खुशबू, इन शुरुआती इच्छाओं को कभी अधूरा न छोड़ें। हमेशा इन्हें व्यवहारिक और वास्तविक तरीके से पूरा करने की कोशिश करें। बेशक, शुरुआती वेतन में Louis Vuitton या Rado के शोरूम में घुसना व्यावहारिक नहीं होता। अपने बजट के अनुसार सर्वश्रेष्ठ विकल्प चुनें।

two wheeler finance

लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती।

fare

अब एक और एवं बेहद महत्वपूर्ण पहलू (NOW THE IMPORTANT ASPECT)

किसी भी ऋण (Loan) के पुनर्भुगतान में शुरुआती महीनों में ब्याज का हिस्सा सबसे अधिक होता है। इसलिए खुद को आकस्मिक या आवेगपूर्ण खरीदारी से रोकें और शुरुआत से ही जितनी भी छोटी राशि हो उसे ऋण की आंशिक अदायगी की ओर मोड़ना शुरू करें।

इस तरह आप अनुमानों के अनुसार, एक ही मॉडल की चार-पहिया गाड़ी में छोटे-मोटे अपग्रेड और कुछ नए फीचर्स जोड़ने पर उसकी कीमत लगभग 12% से 25% तक बढ़ जाती है 3 से 5 साल के बीच और यही बात सेकंड हैंड गाड़ियों पर भी लागू होती है। दो-तीन साल बाद वही वाहन अधिक कीमत में खरीदने की मजबूरी से बच जाते हैं और अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों की ओर भी तेजी से बढ़ते हैं।

जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण चरण (ONE OF THE MOST IMPORTANT ASPECT OF LIFE AT THIS STAGE)

SIP शुरू करें

sip benefits

चाहे यह 500 रुपये प्रतिमाह हो या कोई ऐसी राशि जिसे आप थोड़ा खींचकर निवेश कर सकें।

यह आपके अर्ली रिटायरमेंट (Early Retirement) की ठोस नींव और मूलधन तैयार करता है।

जैसे-जैसे वेतनवृद्धि, बोनस या अतिरिक्त आय मिले, SIP धीरे-धीरे बढ़ाते जाएं।

मुख्य सिद्धांत - SIP नियमित रूप से बढ़ती रहनी चाहिए और यदि आपकी जेब अनुमति दे तो यह और अधिक प्रभावी बनती जाती है।

अगला महत्वपूर्ण पड़ाव (NEXT IMPORTANT MILESTONE)

अपना खुद का घर खरीदने का प्रयास करें, लेकिन बजट से बहुत अधिक खिंचाव न करें।

purchase home

खरीदते समय केवल बेस प्राइस को न देखें, हमेशा नीचे दी गई कुल लागत को ध्यान में रखें।

- रजिस्ट्री (Registry) शुल्क

- सोसाइटी/डेवलपर के अतिरिक्त चार्ज

- रखरखाव (Maintenance) लागत

क्योंकि वास्तविक बोझ इन पर ही आता है न कि केवल यूनिट की बेसिक कीमत पर।

बहुत लग्जरी प्रॉपर्टी के पीछे न भागें

ऐसा घर चुनें जो जरूरतों को पूरा करे, सोसाइटी साधारण पर सभ्य हो।

ऐसी संपत्ति जो आप स्वयं उपयोग कर सकें या बिना किसी कठिनाई के किराये पर दे सकें।

यदि संभव हो तो संपत्ति में स्वयं रहकर उपलब्ध कराए गए लाभ (जैसे टैक्स बेनिफिट) का उपयोग करें।

इस तरह, आप एक बार फिर हाउसिंग इन्फ्लेशन (Housing Inflation) को मात देते हैं।

जिस संपत्ति की कीमत आज से 4-5 लाख अधिक हो सकती थी, उसे समय से पहले खरीदकर आपने उस अतिरिक्त महंगाई लागत को बचा लिया। यही समय पर निर्णय लेने का सबसे बड़ा लाभ है।

मूलभूत Thumb Rule यहां भी जारी रहता है

2 wheeler loan

अपने टू-व्हीलर लोन को पूरी तरह समाप्त करें (इस चरण तक आदर्श रूप से यह खत्म हो जाना चाहिए)

अपनी संपत्ति खरीद चुके हों।

अब अपने होम लोन (HL) के इंटरेस्ट आउटस्टैंडिंग को तेज गति से कम करना शुरू करें - जितनी तेजी, उतना अधिक प्रत्यक्ष लाभ।

अगली आकांक्षा की पूर्ति - चार पहिया वाहन (FOUR WHEELER)

नई कार खरीदने की सलाह नहीं दी जाती, कारण

सबसे अधिक डिप्रिसिएशन

सबसे अधिक इंश्योरेंस

खराब सड़कों पर सबसे अधिक दिल का दर्द

छोटी-छोटी खरोंचों पर अधिक मेंटल स्ट्रेस

भरोसेमंद मैकेनिक की सलाह अवश्य लें।

आजकल ऑनलाइन कई प्रोफेशनल मैकेनिक कंसल्टेंट उपलब्ध हैं।

थोड़ी-सी फीस देकर भी आप नई कार के मुकाबले काफी पैसे बचा लेते हैं।

अपनी नियमित आवश्यकताओं के अनुसार एक उपयुक्त, व्यावहारिक फैमिली कार खरीदें

old men car

शहर में रोजाना का आवागमन (City Commute)

प्रतिदिन की कुल यात्रा दूरी

इंटर-सिटी या हाइवे यात्रा की आवश्यकता

SUV, Mid-Sized SUV, Sub-SUV, Sunroof, Panoramic Roof जैसे आकर्षक शब्दों के बहकावे में न आएं। ये प्रायः कोई वास्तविक उपयोग नहीं देते और केवल अनावश्यक खर्च का कारण बनते हैं।

इस पूरी अवधि में आपका मुख्य नियम वही रहता है

होम लोन आउटस्टैंडिंग को कम करते रहना और कॉर्प्स बढ़ाते रहना।

5-7 वर्षों बाद जब आपकी संपत्ति की कीमत अच्छी बढ़त दे रही हो।

उसे बेचें और प्राप्त लाभ को SIP में और बल्कि इन्वेस्टमेंट के रूप में निवेश कर दें।

इसके बाद एक और समान संपत्ति खोजें लेकिन थोड़ी शहर से बाहर। क्योंकि शहर का विस्तार स्वाभाविक रूप से हो चुका होगा और आउटर क्षेत्रों में आपको बेहतर मूल्य, भविष्य की उच्च ग्रोथ और कम प्रारंभिक लागत मिल सकती है।

इस प्रक्रिया को दोहराएं

home sell

अगले 4-8 सालों तक यह चक्र जारी रखें और फिर दूसरी संपत्ति को भी उचित समय पर बेच दें।

अब आपके पास क्या होगा ?

एक मजबूत, ठोस, आकर्षक कॉर्प्स जिसका लक्ष्य आपने 15-20 वर्ष पहले अपने जीवन-लक्ष्यों के आधार पर निर्धारित किया था। यह वही कॉर्प्स है जो आपकी अर्ली रिटायरमेंट की नींव बनता है। सुरक्षित, योजनाबद्ध, टिकाऊ और पूर्णत: गणनात्मक।

कामों के लिए आपका टू-व्हीलर अभी भी उपयोगी है, तो नया लेने की कोई आवश्यकता नहीं। अपने संचित धन को अलग-अलग निवेश टोकरी (Investment Baskets) में लगाएं ताकि आने वाले वर्षों में आपको सतत, नियमित आय, बिना तनाव का कैश फ्लो और एक संतुलित, गरिमामय, मध्यमवर्गीय सेवानिवृत्ति जीवन मिल सके।

सबसे बड़ी चिंता - महंगाई को कैसे मात दें (HOW TO BEAT INFLATION)

HOW TO BEAT INFLATION

Thumb Rule - रिटायरमेंट के बाद जीवन की जरूरतें स्वाभाविक रूप से कम होती जाती हैं।

रिटायर होने के बाद भारतीय पुरुष अक्सर महंगाई को उतना अधिक महत्व दे देते हैं, जितना उसका वास्तविक प्रभाव होता ही नहीं। साथ ही, यह भी ध्यान रखें कि महंगाई बढ़ने के साथ निवेश पर मिलने वाले रिटर्न भी समान रूप से बढ़ते हैं। यानी, महंगाई जितनी बढ़ती है, निवेश का प्रदर्शन भी उसी अनुपात में सुधार लाता है - इसलिए यह चिंता वास्तविकता की तुलना में कहीं अधिक मानसिक होती है।

जीवन में यदि आपने 15 कलाई घड़ियां इकट्ठी कर रखी हों तो रिटायरमेंट के बाद आपकी सार्वजनिक गतिविधियां कम होने लगती हैं। कम ऑफिस, कम सार्वजनिक कार्यक्रम, कम सामाजिक बाहर जाना। ऐसे में आपकी वास्तविक उपयोग की गई घड़ियां 2-3 तक सीमित हो जाती हैं और बाकी केवल संग्रह (Collection) भर रह जाती हैं। इससे यह भी साफ होता है कि जीवन के इस चरण में भौतिक वस्तुओं की आवश्यकताएं स्वतः ही घट जाती हैं, जो महंगाई के डर को और भी कम महत्व का बना देता है।

हर परिधान को प्रेस करवाना आवश्यक नहीं होता और न ही आपको जूतों और ग्रूमिंग एक्सेसरीज के नए सेट बार-बार खरीदने पड़ते हैं। जिनकी आवश्यकता आपको कॉरपोरेट नौकरी के दौरान मजबूरी में होती थी। रिटायरमेंट के बाद इन खर्चों में स्वाभाविक कमी आ जाती है।

कुल मिलाकर, आपके दैनिक जीवन-यापन की लागत काफी कम हो जाती है। हां, उम्र बढ़ने के साथ चिकित्सकीय खर्च बढ़ सकते हैं, लेकिन कोई व्यक्ति जो इस स्तर तक वित्तीय रूप से सुविचारित होकर पहुंचा है, वह निश्चित रूप से इन परिस्थितियों (Exigencies) के लिए भी पहले से उचित योजना और प्रावधान कर चुका होता है। और ध्यान रखें यदि आप इन सरल चरणों और उपायों का ईमानदारी से पालन करते हैं, तो आपकी भव्य और सफल अर्ली कॉरपोरेट रिटायरमेंट को कोई रोक नहीं सकता।

ONE OF THE MOST IMPORTANT ASPECT OF LIFE AT THIS STAGE

न केवल भारतीय पर्यटन स्थल बल्कि अच्छे, किफायती अंतरराष्ट्रीय गंतव्य भी एक संतुलित और योजनाबद्ध वित्तीय यात्रा आपको स्वतंत्र, शांत और सार्थक जीवन की ओर ले जाती है। अंत में, जब कोई व्यक्ति एक कंपनी में फ्रेशर के रूप में शामिल होता है तो उसकी सैलरी पद, कंपनी और स्थान के अनुसार अलग-अलग होती है।

किसी भी प्रकार के कर्ज के बोझ के बिना, यदि कोई व्यक्ति मान लीजिए 30,000 रुपये मासिक वेतन से शुरुआत करता है, तो उसे पहले महीने से ही कम से कम 10% बचत करने का प्रयास करना चाहिए। जैसे-जैसे सैलरी बढ़कर 60,000 रुपये होती है, यह बचत लगभग 12%-14% के बीच रहनी चाहिए। यह न केवल एक फ्रेशर को आत्मविश्वास देता है, बल्कि किसी भी अप्रत्याशित संकट या आपात स्थिति में एक मजबूत और आवश्यक बैकअप भी प्रदान करता है।

तो आखिर क्या रोक रहा है आपको अपने भविष्य के सपनों को जीने से ?

यह बस कुछ ही वर्षों की बात है। या यूं कहें, 9125 दिनों से लेकर लगभग 10950 दिनों के बीच की यात्रा। यानी, एक सुविचारित, अनुशासित और निरंतर प्रयास जो आपको आपके स्वप्निल, स्वतंत्र, शांत और आत्मनिर्भर जीवन तक ले जा सकता है।

अब और मत ठहरिए शुरू हो जाइए।

अपनी योजनाएं लिखिए।

अपनी प्राथमिकताएं तय कीजिए।

अपनी आवश्यकताएं स्पष्ट कीजिए।

अपने लक्ष्य की दिशा में पहला कदम उठाइए।

क्योंकि, Early Retirement कोई कल्पना नहीं, यह एक गणना है, एक अनुशासन है और एक जीवन निर्णय है जो बस आपकी पहल का इंतजार कर रहा है।

( लेखक सिद्धार्थ शर्मा मैनेजमेंट एक्सपर्ट हैं )

Early Retirement Plan FIRE movement Financial Independence Retire Early How to retire early Early retirement planning Passive income ideas Best investments for retirement Work life balance retirement Early Retirement Plan Tips Early Retirement Plan hindi news
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें