Advertisment

Donald Trump Vs Google: अमेरिकी सरकार की ये बड़ी मांग, निकाल सकती है Google का दिवालिया, कोर्ट में याचिका दायर

US President Donald Trump Google Search Monopoly Controversy; अमेरिकी सरकार ने Google के सामने एक बड़ी मांग रख दी है। सर्चिंग के मामले में गूगल की अपनी मोनोपॉली चलती है। जिसको लेकर अमेरिकी सरकार ने Google कंपनी से अपना Chrome ब्राउजर किसी दूसरी कंपनी

author-image
Ashi sharma
Donald Trump Vs Google

Donald Trump Vs Google

Donald Trump Vs Google: अमेरिकी सरकार ने Google के सामने एक बड़ी मांग रख दी है। सर्चिंग के मामले में गूगल की अपनी मोनोपॉली चलती है। जिसको लेकर अमेरिकी सरकार ने Google कंपनी से अपना Chrome ब्राउजर किसी दूसरी कंपनी को बेचने की मांग की है। इस मामले में ट्रंप सरकार ने डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के स्थानीय कोर्ट में याचिका दायर की है।

Advertisment

विभाग ने मांग कि है कि कोर्ट गूगल को ये आदेश दे कि वे अपने ब्राउजर को किसी और कंपनी को बेच दे। साथ ही उन सभी कामों को भी बंद कर दें जिससे सर्च के मामले में कंपनी की मोनोपॉली बनी हुई है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने से पहले जो बाइडन के कार्यकाल में दिग्गज टेक कंपनियों को कड़ी नीतियों का पालन करना पड़ा था।

यह भी पढ़ें- YouTube New Guidelines: 19 मार्च से बदल जाएंगे YouTube के ये रूल, अब नहीं दिखने मिलेगा ये कंटेंट

ट्रंप सरकार ने की ये मांगे

कोर्ट में अमेरिकी सरकार द्वारा दायर की गई याचिका में लिखा है कि गूगल ने मार्केटप्लेस में एक मोनोपॉली की स्तिथि पैदा कर रखी है। जिसमें कुछ भी हो जाए जीत हमेशा गूगल की ही होती है। इस वजह से अमेरिकी लोग दिग्गज टेक कंपनियों की शर्तों को मानने पर मजबूर है। सरकार ने ये मांगे पिछले साल अगस्त में इसी मामले से जुड़े एक कोर्ट के आदेश के बाद रखी हैं।

Advertisment

कोर्ट के आदेश में कहा गया था कि गूगल ने वेब ब्राउजर्स और स्मार्टफोन कंपनियों को अपना सर्च इंजन यूज करने के लिए पैसे देकर अपनी मोनोपॉली क्रिएट की है। ये मामला 2023 में चला था जिसके बाद ये बात सामने आई थी कि गूगल ने 2021 में इन समझौते के लिए 26.3 बिलियन डॉलर की रकम खर्च की थी।

फैसले के खिलाफ अपील करेगी गूगल

गूगल ने कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करने का फैसला किया है। कोर्ट में अपना जवाब प्रस्तुत करते हुए कंपनी ने कहा कि कुछ छोटे सुधारों की आवश्यकता है। गूगल ने प्रस्तावित किया कि उसे प्रमुख स्थानों के लिए समझौते करने की अनुमति दी जाए, लेकिन वह अपने समझौतों में दूसरे सर्च इंजनों को शामिल न करने की शर्त को हटा लेगी। कंपनी के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सरकार का प्रस्ताव अमेरिकी उपयोगकर्ताओं, अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बन सकता है।

यह भी पढ़ें- Gold Rate Today: गिए गए सोने के भाव, चादीं भी हुई सस्ती, निवेश का सही समय!

Advertisment
Donald Trump us government Google Search Monopoly Google Chrome Browser
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें