रिपोर्ट- आलोक राय, लखनऊ
UPSSSC PET: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित होने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) के लिए अभ्यर्थियों को बड़ी राहत है। एक बार शामिल होने वाले अभ्यर्थी अब तीन साल तक की भर्तियों में फार्म भरने के लिए पात्र होंगे।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के लाखों प्रतियोगी छात्रों को बड़ी राहत दी है। अब उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) में एक बार शामिल होने पर उसका स्कोर तीन साल तक वैध रहेगा। इसका सीधा फायदा यह होगा कि PET पास करने वाले अभ्यर्थी तीन वर्षों तक समूह ‘ग’ की विभिन्न भर्तियों में आवेदन कर सकेंगे, उन्हें हर साल दोबारा परीक्षा देने की बाध्यता नहीं रहेगी।
2025 से लागू होगा नया नियम
सरकार की इस नई व्यवस्था का लाभ वर्ष 2025 या इसके बाद PET में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को मिलेगा। कार्मिक विभाग के विशेष सचिव कुलदीप रस्तोगी द्वारा जारी नए शासनादेश के अनुसार, पुराने 20 नवंबर 2020 के शासनादेश को संशोधित कर दिया गया है। अब तीन वर्षों तक PET स्कोर मान्य रहेगा और उसी के आधार पर भर्ती परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थियों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।
दो साल की बजाय अब तीन साल तक मिलेगा मौका
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पहले ही कार्मिक विभाग को इस व्यवस्था को तीन साल तक करने का प्रस्ताव भेजा था। आयोग का मानना था कि बार-बार PET आयोजित कराने से अभ्यर्थियों पर मानसिक व आर्थिक बोझ बढ़ता है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही प्रतियोगी छात्रों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है। यह निर्णय ना सिर्फ युवाओं के प्रयासों को स्थायित्व देगा, बल्कि आयोग के लिए भी प्रशासनिक प्रक्रिया आसान बनाएगा।
PET स्कोर से होगी शॉर्टलिस्टिंग
गौरतलब है कि PET के जरिए समूह ‘ग’ तक की भर्तियों के लिए दो-स्तरीय परीक्षा प्रणाली अपनाई गई है। पहले PET के बाद स्कोर के आधार पर अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाता है। पहले यह स्कोर केवल एक साल तक मान्य होता था, लेकिन अब यह अवधि तीन वर्षों तक बढ़ा दी गई है, जिससे लाखों युवाओं को राहत मिलेगी।
सरकारी नौकरी के इच्छुक युवाओं के लिए वरदान साबित होगा यह बदलाव
योगी सरकार का यह फैसला यूपी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं के लिए वरदान साबित हो सकता है। इस निर्णय से समय, पैसा और संसाधनों की बचत होगी और अभ्यर्थी एक PET स्कोर के सहारे तीन वर्षों तक अलग-अलग भर्तियों में आवेदन कर सकेंगे।