हाइलाइट्स
- बहराइच में भेड़िए ने मासूम को बनाया शिकार
- गन्ने के खेत में मिला बच्चे का क्षत-विक्षत शव
- वन विभाग की लापरवाही पर गांववालों में गुस्सा
Bahraich Wolf Attack: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां सोमवार देर रात एक भेड़िया गांव में घुस आया और मां के पास सो रहे दो वर्षीय मासूम को उठाकर खेतों में ले गया। मंगलवार सुबह बच्चे का शव गांव से लगभग दो किलोमीटर दूर गन्ने के खेत में मिला। भेड़िया उसके दोनों हाथ और एक पैर खा गया था। बच्चे की लाश देखकर परिवार में कोहराम मच गया और गांव में दहशत फैल गई।
गांव में फिर फैली दहशत
घटना हरदी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत गदामार कला के मजरा गढ़ीपुरवा की है। यहां की निवासी खुशबू अपने दो साल के बेटे आयुष के साथ मायके आई हुई थी। रात में दोनों घर के आंगन में सो रहे थे, तभी रात करीब 12 बजे भेड़िया दबे पांव आया और बच्चे को मुंह में दबाकर खेतों की ओर भाग गया।
आयुष की मां की नींद खिंचाव से खुली और उसने शोर मचाया, लेकिन तब तक भेड़िया अंधेरे का फायदा उठाकर गायब हो चुका था।
गन्ने के खेत में मिला क्षत-विक्षत शव
रातभर गांववाले बच्चे की तलाश में जुटे रहे। आखिरकार सुबह पांच बजे उसका शव गांव से करीब दो किलोमीटर दूर एक गन्ने के खेत में मिला। शव की हालत बेहद दर्दनाक थी – दोनों हाथ और एक पैर पूरी तरह चबा दिए गए थे। मासूम के शव को देखकर मां बेसुध हो गई और गांव में मातम छा गया।
वन विभाग पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बच्चे के गायब होने की सूचना वन विभाग और पुलिस को रात में ही दी गई थी। हरदी थाना पुलिस तो मौके पर पहुंच गई, लेकिन वन विभाग का कोई कर्मचारी नहीं आया। इससे गांववालों में भारी आक्रोश है।
पहले भी फैला था भेड़ियों का आतंक
हरदी क्षेत्र में इससे पहले भी भेड़ियों का आतंक देखा गया था। लगभग छह महीने तक दर्जनों गांव उनकी दहशत में रहे थे। वन विभाग ने उस वक्त अभियान चलाकर कुछ भेड़ियों को पकड़ा था, जिससे हालात थोड़े सामान्य हुए थे। मगर अब एक मासूम की मौत के बाद डर फिर से लौट आया है।
फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और वन विभाग को फिर से सक्रिय किया जा रहा है। ग्रामीणों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग की है।
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