हाइलाइट्स
- सुभासपा में बगावत, 200 से ज्यादा नेताओं ने पार्टी छोड़ी
- मुस्लिम अनदेखी के आरोप में राजभर पर फूटा नेताओं का गुस्सा
- राजभर का पलटवार, बोले– “अब लोग ओमप्रकाश चालीसा पढ़ रहे हैं”
OP Rajbhar: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। सुभासपा में बड़े पैमाने पर बगावत हुई है, जिसमें पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से जुड़े करीब 200 से ज्यादा नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है।
इन नेताओं ने ओपी राजभर पर गंभीर आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है।
पार्टी छोड़ने वालों में संगठन मंत्री भी शामिल
पार्टी छोड़ने वालों में संगठन मंत्री जाफर नकवी समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हैं। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि ओपी राजभर ने मुस्लिम नेताओं की लगातार अनदेखी की। उन्होंने कहा कि जब मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है, तब ओपी राजभर ने कभी भी उनके पक्ष में आवाज नहीं उठाई।
पत्र में आरोप लगाया गया कि मदरसों और मजारों पर कार्रवाई पर भी राजभर खामोश रहे और मुसलमानों के खिलाफ बयानबाज़ी करते रहे। साथ ही उन पर मंत्री पद की लालसा में अल्पसंख्यकों का हक छीनने का आरोप भी लगाया गया।
राजभर का पलटवार, बोले – “ये जाहिल लोग हैं”
नेताओं के पार्टी छोड़ने और आरोपों पर ओपी राजभर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इन नेताओं को “जाहिल” बताते हुए कहा कि ये वे लोग हैं जो ठेका, ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए अलग-अलग पार्टियों में घूमते हैं। राजभर ने तंज कसते हुए कहा, “जैसे लोग दुख भगाने के लिए हनुमान चालीसा पढ़ते हैं, वैसे ही अब लोग ओमप्रकाश चालीसा पढ़ रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि ये लोग चर्चा में बने रहने के लिए इस तरह की हरकतें करते हैं।
सुभासपा में इस बगावत को पार्टी की बड़ी सियासी चुनौती माना जा रहा है, खासतौर से ऐसे समय में जब यूपी की राजनीति लोकसभा चुनावों की ओर बढ़ रही है।
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